
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के श्रीमद्भगवद्गीता सदन में 18 फरवरी को 34वें दीक्षांत समारोह का आयोजन होगा, जिसको लेकर तैयारी जोरों पर हैं। समारोह में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी बतौर मुख्यातिथि शिरकत करेंगे। राज्यपाल एवं कुवि कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय समारोह की अध्यक्षता करेंगे। कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा, इसरो के पूर्व चेयरमैन डॉ. एस सोमनाथ तथा सांसद नवीन जिंदल बतौर विशिष्ट अतिथि पहुंचेंगे।
परीक्षा नियंत्रक डॉ. अंकेश्वर प्रकाश ने बताया कि यूजी के 1186, पीजी के 1773 तथा पीएचडी के 205 शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधियां प्रदान की जाएंगी। 96 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक एवं मेरिट सर्टिफिकेट प्रदान किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि कुवि के सत्र 2023-24 में अपनी पढ़ाई पूरी करने वाले विद्यार्थी 16 फरवरी तक आवेदन कर सकते हैं। पंजीकृत विद्यार्थियों को ही दीक्षांत समारोह में प्रवेश मिलेगा। इसके साथ एक दिन पहले 17 फरवरी को रिहर्सल में शामिल भी होना होगा।
दीक्षांत समारोह के ओवर ऑल इंचार्ज डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. दिनेश कुमार ने बताया कि 34वें दीक्षांत समारोह में सभी अधिष्ठाता, कोर्ट के सदस्य, शैक्षणिक एवं कार्यकारिणी परिषद के सदस्य मंच पर होंगे। पीएचडी तथा गोल्ड मेडल विद्यार्थियों को मंच पर ही उपाधि एवं डिग्री प्रदान की जाएगी।
दीक्षांत समारोह में भाग लेने के लिए रिहर्सल में हिस्सा लेना अनिवार्य
लोक संपर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया ने बताया कि 34वें दीक्षांत समारोह को सफल बनाने के लिए पंजीकृत विद्यार्थियों द्वारा 17 फरवरी को होने वाली रिहर्सल में भाग लेना अनिवार्य है। यदि पंजीकृत विद्यार्थी इस रिहर्सल में भाग नहीं लेगा तो उसे 18 फरवरी को होने वाले दीक्षांत समारोह में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इस संबंधी विस्तृत जानकारी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
समारोह के लिए तैयारी जोरों पर कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने बताया कि 34वें दीक्षांत समारोह में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और इसरो के पूर्व अध्यक्ष प्रतिष्ठित अंतरिक्ष वैज्ञानिक डॉ. एस सोमनाथ को मानद उपाधि दी जाएगी। उन्होंने बताया कि समारोह के लिए कुवि में तैयारी जोरों पर हैं। शुक्रवार को समारोह को सफल बनाने के लिए गेस्ट हाउस, पार्किंग, ऑडिटोरियम हॉल में प्रवेश, बैठने की व्यवस्था सहित विभिन्न कमेटियों के संयोजकों व सदस्यों को विस्तृत दिशा-निर्देश भी दिए गए।