
बजट पर चर्चा करते हुए सीएम योगी ने विपक्ष को निशाने पर रखा। सीएम ने संविधान और आरक्षण के मुद्दे पर बात करने के साथ अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अगले तीन वर्ष में उत्तर प्रदेश गरीबी रेखा से पूरी तरह मुक्त होगा। हर व्यक्ति का जीवन स्तर इतना उठाएंगे कि वह सम्मान से खुद को यूपीवासी कह सकें। उन्होंने सपा की ओर इशारा करते हुए कहा कि 2017 के पहले की स्थिति किसी से छिपी नहीं है। यूपी के नाम पर धर्मशाला में कमरा भी नहीं मिलता था। वे सोमवार को विधानसभा में बजट सत्र के पांचवें दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि पहले चरण में 13.57 लाख परिवार चिह्नित किए गए हैं। अगले दो वर्ष में इनका जीवन स्तर इतना बढ़ाएंगे कि हर परिवार सवा से डेढ़ लाख रुपये सालाना कमाने का सामर्थ्य अर्जित कर सके। हमने प्रदेश के गरीबों को उनका अधिकार दिलाया है। महाकुंभ व अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर निर्माण के बाद प्रदेशवासी जहां भी जा रहे हैं, उन्हें सम्मान मिल रहा है। देश में करीब 25 करोड़ और यूपी में आठ वर्ष में 6 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर उठाया गया।
सीएम ने जीरो पॉवर्टी पर कहा कि जो मुंह में चांदी का चम्मच लेकर पैदा हुए, वे क्या जाने गरीबी क्या होती है? केंद्र की योजनाओं को सपा सरकार ने पहले ढाई वर्ष में यूपी में लागू नहीं किया। 2017 के बाद यूपी में 56 लाख गरीबों के लिए आवास व शौचालय बने, गांवों को राजस्व गांव का दर्जा देकर मुख्य धारा से जोड़ा गया। राशन कार्ड, जमीन का पट्टा, आयुष्मान कार्ड सहित अन्य व्यवस्थाएं की गईं। अटल आवासीय विद्यालयों में आज गरीब-श्रमिक का बच्चा भी सीबीएसई बोर्ड से पढ़ाई कर रहा है। उन्होंने राज्य सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं और बजट प्रावधानों को विस्तार से बताया।
हर धर्म का सम्मान
योगी ने कहा कि सदन में सत्ता पक्ष से जुड़े 98 और प्रतिपक्ष के 48 सदस्यों ने चर्चा में भाग लिया है। नेता प्रतिपक्ष समाजवादी से सनातनी हो गए हैं। स्वभाव के विपरीत उन्होंने अपने सदस्यों को टोका भी। यह स्वागतयोग्य है। कहा, हम बुद्ध, जैन, सिख, कबीर रविदास सभी परंपरा के प्रति पूरा सम्मानभाव रखते हैं। पहली बार गुरुवाणी का पाठ निरंतर सीएम आवास पर हो रहा है।
सिर्फ संविधान की प्रति लेकर घूमते हैं
सपा सदस्यों पर इशारा करते हुए सीएम ने कहा कि आप संविधान की प्रति लेकर घूमते हैं, लेकिन सांविधानिक पदों पर बैठे महानुभावों के प्रति आपका दृष्टिकोण क्या है? यह राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान सदन ने देखा है। यदि ऐसा व्यवहार सांविधानिक है तो असांविधानिक क्या है? सपा सोशल मीडिया सेल का हैंडल देखिए। वह उनकी विचारधारा, आंतरिक शिष्टाचार, लोकतंत्र के प्रति उनके विचारों की अभिव्यक्ति का ऐसा माध्यम है जिससे कोई भी सभ्य समाज लज्जा महसूस करता है। फिर भी आप दूसरों को उपदेश देते हैं।
सद्भावना से जाने वाले का स्वागत, दुर्भावना वाले की दुर्गति
महाकुंभ में एक जाति विशेष को रोकने के सवाल पर सीएम ने कहा कि किसी जाति को रोका नहीं गया, बल्कि यह कहा गया था कि जो सद्भावना से जाएगा उसका स्वागत है, जो दुर्भावना से जाएगा उसकी दुर्गति होगी। सपा और नेता प्रतिपक्ष पर तंज कसते हुए योगी ने कहा कि अच्छा लगा कि आपने महाकुंभ, सनातन परंपरा व अयोध्या धाम को स्वीकार किया। समाजवादी जब अंतिम पायदान पर खड़ा होता है तो उसे धर्म की याद आती है। सीएम ने नेता प्रतिपक्ष से कहा कि 2013 में आपको जाने नहीं दिया गया था। इस बार आप महाकुंभ में गए थे। महाकुंभ में यदि विश्वस्तरीय सुविधा नहीं होती तो अब तक 63 करोड़ श्रद्धालु उसका हिस्सा नहीं बनते। अनुमान है कि 26 फरवरी तक यह संख्या 65 करोड़ पार करेगी।
74 देशों से महाकुंभ में आए लोग
योगी ने कहा, सपा ने आस्था के साथ खिलवाड़ किया था, तत्कालीन सीएम को फुर्सत नहीं थी। एक गैर सनातनी को कुंभ का प्रभारी बनाया था, लेकिन महाकुंभ की निगरानी मैं खुद कर रहा हूं। 2013 के कुंभ में अव्यवस्था, भ्रष्टाचार और प्रदूषण देखने को मिला। त्रिवेणी में स्नान करने लायक पानी नहीं था। मॉरिशस के प्रधानमंत्री ने स्नान से ही इन्कार कर दिया था। पर, इस बार राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, उपराष्ट्रपति, भूटान के नरेश समेत दुनिया के 74 देशों के हेड ऑफ कमीशन भी महाकुंभ में शामिल हुए। पहली बार उत्तर, दक्षिण, पूरब, पश्चिम से लोग आयोजन का हिस्सा बने। क्या है वैश्विक आयोजन नहीं है?
आंबेडकर और कांशीराम को सपा ने नहीं दिया सम्मान
सीएम ने कहा कि बाबा साहब भीमराव आंबेडकर, कांशीराम व अन्य दलित-पिछड़े महापुरुषों को सपा और विपक्ष की सरकारों ने कभी सम्मान नहीं दिया। कन्नौज मेडिकल कॉलेज का नाम तक बदल दिया। पर, डबल इंजन की सरकार बाबा साहब के सम्मान में कई कार्य कर रही है। यह संविधान का अमृत महोत्सव वर्ष है। सपा के गेस्ट हाउस कांड को लोगों ने अपनी आंखों से देखा है।
हर दिशा में प्रगति
योगी ने कहा, काला नमक को हमने पहचान दिलाई है। आज प्रदेश में ओडीओपी से करीब ढाई लाख करोड रुपये के उत्पादों का निर्यात हो रहा है। वैश्विक निवेशक सम्मेलन से प्रदेश में 40 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव आए। 60 लाख से अधिक युवाओं को नौकरी मिली। अयोध्या में सनातन धर्म संग्रहालय बनाया जाएगा, यहां दुनिया भर के मंदिरों की स्थापत्य कला का प्रदर्शन होगा। सीएम ने कहा कि कानून के राज से किसको चिढ़ है यह हर व्यक्ति जानता है। उन्होंने अपराधों में आई कमी के आंकड़े भी पेश किए। कमिश्नरेट सिस्टम की तारीफ की। कहा, सिंगल विंडो सिस्टम को लागू होने से बिना मानवीय हस्तक्षेप के 500 प्रकार की एनओसी एक पोर्टल से मिल रही है। 2016-17 में प्रदेश में प्रति कैप्टा इनकम 48,520 रुपये थी जो 2023-24 में यह बढ़कर 93,514 हो गई है। पौने आठ वर्ष में प्रदेश में जल, थल और वायु की बेहतरीन कनेक्टिविटी हुई है। सभी को बिजली मिल रही है। किसानों के निजी नलकूप का बिल माफ हुआ, गन्ना किसानों को समय पर भुगतान मिला है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 19वीं किस्त जारी होने से प्रदेश के किसानों के खाते में सीधे 5,583 करोड़ 55 लाख रुपये ट्रांसफर हुए हैं। डेंगू, मलेरिया, जेई और एईएस नियंत्रित हैं।
सरकार प्रयागराज में बनाएगी दो नए पुल
सीएम ने कहा कि देश के सबसे बड़े जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को अप्रैल में शुरू कर दिया जाएगा। योगी ने तंज कसते हुए कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य को शिवपाल यादव के झुनझुने में नहीं आना चाहिए था। वे स्वयं ही बेचारे बने हैं। गंगा एक्सप्रेसवे को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ने का काम शुरू है। गाजीपुर से पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को चंदौली होते हुए शक्ति नगर सोनभद्र तक जोड़ने का काम होगा। प्रयागराज में शास्त्री ब्रिज के पास और यमुना नदी पर नैनी के सरकार दो नए पुल बनवाएगी।
जिनके बच्चे विदेश में पढ़ते हैं, वे क्या समझेंगे गरीबों का दर्द
योगी ने कहा कि जिनके बच्चे इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में पढ़ते हैं, वे गरीबों की पीड़ा को कैसे समझेंगे? ऐसे लोग नहीं चाहते ही नहीं थे कि यह सभी गरीब के बच्चों को मिले। वर्ष 2017 में सरकार बनने के बाद कई जिलों में मैंने देखा था कि स्कूली बच्चों के पास यूनिफार्म नहीं होती थी। सरकार ने संस्कृत के बच्चों को स्कॉलरशिप देने की घोषणा की है। उप्र. लोक सेवा आयोग रहा हो या अधीनस्थ सेवा चयन आयोग अथवा माध्यमिक व उच्च शिक्षा आयोग, आपके समय में ये प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के रूप में कार्य करते थे, पर आज पारदर्शी तरीके से नियुक्ति हो रही है। नकल माफिया की कमर भी तोड़ी जा रही है। प्रदेश में 7.5 लाख से अधिक सरकारी नौकरियां दी गई हैं।
इन योजनाओं में भी शीर्ष पर यूपी
योगी ने बताया कि पर्यटन के अलावा पीएम आवास, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, पीएम स्वनिधि योजना, स्वच्छ भारत मिशन, महिलाओं के प्रति अपराध में सजा दिलाने, प्रधानमंत्री जनधन योजना में सर्वाधिक खाता खोलने, एमएसएमई, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, कृषि निवेश पर किसानों को देय अनुदान, अटल पेंशन योजना, पौधरोपण में नंबर वन है। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में अचीवर स्टेट है। आम, चीनी, गन्ना, दुग्ध, आलू, सीरा, एथेनॉल उत्पादन में यूपी नंबर एक पर है। जेम पोर्टल पर सर्वाधिक सरकारी क्रय करने, राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन, कौशल विकास नीति के तहत कार्य करने में यूपी पहले स्थान पर है।