मोहन यादव सरकार ने अब तक मध्य प्रदेश के 65 गांवों के नाम बदले, यहां देखें पूरी लिस्ट

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने राज्य के 54 गांवों के नाम बदलने का ऐलान किया है. इनमें से ज्यादातर के नाम मुस्लिम नामों पर रखे गए थे, जिन्हें अब बदला जा रहा है. मध्य प्रदेश में गांवों के नाम बदलने का सिलसिला जारी है. इस बार मुख्यमंत्री मोहन यादव ने देवास जिले के 54 गांवों के नाम बदलने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि यह कदम जनभावना को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है.

दरअसल,, देवास जिले के पीपलरांवा गांव में एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मोहन यादव को बीजेपी जिलाध्यक्ष रायसिंह सैंधव ने गांवों के नाम बदलने की सूची दी. जिलाध्यक्ष ने बताया कि यह बदलाव जनता की मांग है. मुख्यमंत्री ने मंच से ही जिलाध्यक्ष का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया और नाम बदलने का ऐलान किया. मुख्यमंत्री ने कलेक्टर को नाम बदलने के लिए जरूरी प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए हैं. अब प्रशासनिक स्तर पर इन गांवों के नाम बदलने की प्रक्रिया की जाएगी.

इन गांवों के नामों में बदलाव
देवास जिले के 54 गांवों में जिन नामों में बदलाव किया जाएगा, उनमें मुरादपुर, हैदरपुर, शमशाबाद, और इस्लाम नगर शामिल हैं. जिलाध्यक्ष ने इन गांवों के नए प्रस्तावित नाम भी दिए हैं, जैसे मुरादपुर को मुरलीपुर, हैदरपुर को हीरापुर, शमशाबाद को श्यामपुर, इस्माइल खेड़ी को ईश्वरपुर, अलीपुर को रामपुर, नबीपुर को नयापुरा और मिर्जापुर को मीरापुर करने का सुझाव दिया है.

बीजेपी का समर्थन
बीजेपी जिलाध्यक्ष ने इस निर्णय को गुलामी के प्रतीकों को समाप्त करने और भारतीय संस्कृति को पुनः स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है. इस प्रकार, मुख्यमंत्री द्वारा गांवों के नाम बदलने का यह कदम प्रदेश की सांस्कृतिक पहचान को नया आकार देने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है.

पहले भी हो चुका है नाम परिवर्तन
यह पहली बार नहीं है कि मुख्यमंत्री ने मंच से गांवों के नाम बदलने का ऐलान किया है. इससे पहले जनवरी में मुख्यमंत्री ने शाजापुर जिले के दौरे के दौरान 11 गांवों के नाम बदलने का ऐलान किया था.

उज्जैन दौरे के दौरान भी मुख्यमंत्री ने तीन गांवों- मौलाना, गजनी खेड़ी, और जहांगीरपुर – के नाम बदलने का ऐलान किया था. उन्होंने कहा था कि मौलाना गांव का नाम लिखते समय पेन रुक जाता है, इसलिए इसे बदलकर विक्रम नगर कर दिया गया है.

Related Articles

Back to top button