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दिल्ली के रामलीला मैदान में बीजेपी ने 27 साल बाद सत्ता में वापसी के साथ शपथ ग्रहण समारोह को खास बनाया. इस दौरान पीएम मोदी की पवन कल्याण से गर्मजोशी भरी मुलाकात ने सभी का ध्यान खींचा.
दिल्ली के रामलीला मैदान में राजनीति की नई कहानी लिखी जा रही है. बीजेपी ने 27 साल बाद सत्ता में वापसी के बाद मुख्यमंत्री पद के शपथ ग्रहण समारोह को भव्य रूप दिया है. देशभर के बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और दिग्गज नेता इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बने. मंच पर जैसे ही दिल्ली की नई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शपथ ली पूरा मैदान तालियों से गूंज उठा.
शपथ ग्रहण समारोह के दौरान मंच पर देश के कई राज्यों के मुख्यमंत्री मौजूद थे. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एंट्री होती है. पीएम मोदी मंच पर खड़े सभी नेताओं का हाथ जोड़कर अभिवादन करते हुए आगे बढ़ रहे थे. इसी दौरान उनकी नजर आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम पवन कल्याण पर पड़ती है जो भगवा वस्त्र और माथे पर तिलक लगाए अलग ही नजर आ रहे थे. पीएम मोदी ने उन्हें देखते ही रुककर गर्मजोशी से हाथ मिलाया और हालचाल जाना.
पवन कल्याण को देख पीएम मोदी क्यों रुके?
रामलीला मैदान में मौजूद भीड़ के बीच पवन कल्याण पहले से ही अपनी अलग पहचान बना चुके थे. पीएम मोदी जब मंच पर पहुंचे तो उन्होंने सभी नेताओं का अभिवादन किया, लेकिन पवन कल्याण को देखते ही उनका रुख अलग हो गया. उन्होंने न सिर्फ उनसे हाथ मिलाया बल्कि विशेष रूप से बातचीत भी की.
शपथ ग्रहण के बीच मोदी-पवन कल्याण का दिखा ये अंदाज
ये पहली बार नहीं है जब पीएम मोदी और पवन कल्याण के बीच इस तरह की गर्मजोशी देखने को मिली. इससे पहले आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में भी पीएम मोदी ने पवन कल्याण को लेकर कहा था – “यह जो दिख रहा है न पवन, वो पवन नहीं आंधी है.” पीएम मोदी का ये विशेष प्रेम राजनीतिक समीकरणों की ओर भी इशारा करता है जिससे साफ है कि पवन कल्याण बीजेपी के लिए एक अहम सहयोगी बने हुए हैं.