AI से लेकर न्यूक्लियर एनर्जी तक, पीएम मोदी की फ्रांस यात्रा के पीछे क्या है मुख्य एजेंडा, यहां पढ़िए

तीन दिवसीय फ्रांस यात्रा को समाप्त कर पीएम मोदी बुधवार (12 फरवरी) को अमेरिका के लिए रवाना होंगे. वहां वे डोनाल्ड ट्रंप से दूसरे राष्ट्रपति कार्यकाल में पहली बार मुलाकात करेंगे. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तीन दिवसीय फ्रांस यात्रा के लिए सोमवार (10 फरवरी) को पेरिस पहुंच चुके हैं, जहां पीएम मोदी फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) एक्शन समिट के तीसरे संस्करण की सह-अध्यक्षता करेंगे. भारत और फ्रांस के संबंधों को और मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की इस तीन दिवसीय यात्रा में एआई से लेकर न्यूक्लियर एनर्जी जैसे प्रमुख विषयों पर चर्चा की जाएगी.

अपने तीन दिवसीय फ्रांस यात्रा को समाप्त कर प्रधानमंत्री मोदी बुधवार (12 फरवरी) को अमेरिका के लिए रवाना होंगे. वहां प्रधानमंत्री मोदी डोनाल्ड ट्रंप से उनके दूसरे राष्ट्रपति कार्यकाल में पहली बार व्हाइट हाउस में मुलाकात करेंगे.

प्रधानमंत्री मोदी के फ्रांस यात्रा में ये कार्यक्रम शामिल

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार (10 फरवरी) को अपनी तीन दिवसीय फ्रांस यात्रा के दौरान पेरिस पहुंच चुके हैं. यहां वे फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों द्वारा आयोजित डिनर में भाग लेंगे, जो सरकार के प्रमुखों के सम्मान में आयोजित की जाती है. वहीं, इस आयोजन में कई सेक्टरों के प्रमुख नेता भी शामिल होंगे, इनमें टेक इंडस्ट्री के टॉप सीईओ और विभिन्न अन्य प्रतिष्ठित लोगों को आमंत्रित किया गया है.

इसके बाद मंगलवार (11 फरवरी) को पीएम मोदी एआई एक्शन शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे. इस शिखर सम्मेलन का उद्देश्य एआई तकनीक के एथिकल उपयोग और जिम्मेदारी में सहयोग को बढ़ाना है, जो वैश्विक अर्थव्यवस्था के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है.

भारतीय विदेश सचिव ने पीएम मोदी की यात्रा के महत्व को बताया

इस यात्रा के महत्व को बताते हुए भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा, “इस शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के भविष्य पर चर्चा करने और उसे आकार देने के लिए वैश्विक नेताओं के साथ शामिल होंगे.”

इस शिखर सम्मेलन के अलावा पीएम मोदी की यात्रा में कई उच्च स्तरीय द्विपक्षीय वार्ता भी शामिल हैं. पीएम मोदी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ भारत-फ्रांस सीईओ फोरम को भी संबोधित करेंगे, जहां दोनों नेता ट्रेड, टेक्नोलॉजी और रणनीतिक साझेदारी समेत विभिन्न क्षेत्रों में अपने हितों को लेकर चर्चा करेंगे. ये चर्चाएं रिट्रिक्टेड और डेलिगेशन लेवल फॉर्मेट दोनों पर होंगी. इसके अलावा दोनों नेता मार्सिले में संयुक्त रूप से कॉन्सुलेट जनरल ऑफ इंडिया का उद्घाटन करेंगे.

न्यूक्लियर एनर्जी में भारत एक महत्वपूर्ण साझेदार

प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा कैडारेच की दौरे के साथ समाप्त होगी, जो इंटरनेशनल थर्मोन्यूक्लियर एक्सपेरिमेंटल रिएक्टर (ITER) के लिए जाना जाता है. यह एक प्रमुख साझेदार वैज्ञानिक प्रोजेक्ट है, जिसका उद्देश्य साफ न्यूक्लियर फ्यूजन एनर्जी को बनाना है, जिसमें भारत एक महत्वपूर्ण साझेदार है.

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