उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के बीच बयानबाजी तेज हुई है. दोनों ही नेता एक-दूसरे पर हमलावर नजर आ रहे हैं. पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश की सियासत एक बार फिर गरमाती हुई नजर आ रही है. उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर एक बार फिर आमने-सामने हैं. दोनों नेताओं के बीच विधानसभा में भी खूब नोकझोंक होती है और अब सदन के बाहर भी एक-दूसरे के खिलाफ दोनों की बयानबाजी तेज हुई है. शुक्रवार (17 जनवरी) को डिप्टी CM मुकेश अग्निहोत्री ने ऊना में मीडिया के साथ बातचीत के दौरान कहा कि जिनका अपना ट्रैक रिकॉर्ड खराब हो, उन्हें सत्ता से हटाने के बाद उपदेश नहीं देना चाहिए.
उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री का निशाना
डिप्टी CM मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि यह बेहतर होता कि जयराम ठाकुर खुद सत्ता में रहते हुए हिमाचल पथ परिवहन निगम की चिंता करते. मुकेश अग्निहोत्री, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के उस बयान पर पलटवार कर रहे थे, जिसमें उन्होंने यह कहा था कि HRTC के पेंशनर्स को वक्त पर पेंशन नहीं मिली. मामला दिसंबर महीने का है, जब CM सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार ने 11 दिसंबर 2024 को दो साल का कार्यकाल पूरा किया था. दोनों नेताओं ने एक दूसरे पर झूठ बोलने की आरोप लगाए थे और इस्तीफा देने की मांग की थी.
डिप्टी CM मुकेश अग्निहोत्री ने याद दिलाया कि जयराम सरकार के 60 महीने के कार्यकाल में केवल तीन बार ही पेंशन समय पर दी गई, जबकि 57 महीने HRTC कर्मियों की पेंशन अदायगी देरी से की गई.बीजेपी शासनकाल में जनवरी 2018 में पेंशन अदायगी 53 दिनों की देरी से की गई. वहीं, मार्च 2020 में 35 दिन, मार्च 2021 में 42 दिन और मई 2021 में 33 दिन देरी से पेंशन का भुगतान किया गया.
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर का पलटवार
शनिवार (18 जनवरी) को नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने डिप्टी CM मुकेश अग्निहोत्री के बयान पर पलटवार किया. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वह ट्रैक रिकॉर्ड की बात तो बाद में करेंगे. पहले डिप्टी CM को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए. जयराम ठाकुर ने कहा कि वह आज भी अपनी बात पर अडिग हैं. जब मंच से मुकेश अग्निहोत्री कर्मचारियों के वेतन और पेंशनर्स के पेंशन भुगतान का दावा कर रहे थे, तब तक पेंशनर्स के खाते में पेंशन नहीं आई थी. उन्होंने मंच से झूठ बोला ऐसे में उन्हें नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए.