कैथल में 3 लेयर की सिक्योरिटी में EVM, मंगलवार को खुलेगा स्ट्रांग रूम…

हरियाणा विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों की किस्मत EVM में कैद हो गई है। 8 अक्टूबर मंगलवार को होने वाली मतगणना को लेकर जिला प्रशासन ने तैयारी कर ली है। रविवार को मतगणना दलों का प्रथम प्रशिक्षण करवाया गया और इस दौरान कार्मिकों को गणना करने के गुर सिखाए गए।

मतगणना प्रक्रिया के बारे में जानकारी देते हुए सीटीएम एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी गुरविंदर सिंह ने बताया कि जिले की चारों विधानसभाओं की मतगणना शहर के दो कॉलेजों में करवाई जाएगी। जिसमे आरकेएसडी कॉलेज में कैथल और कलायत विधानसभा की मतगणना की जाएगी। इसी तरह आईजी कॉलेज में पुंडरी और गुहला के वोटों की गिनती की जाएगी। इसको लेकर जिला प्रशासन ने अपनी सभी तैयारियां पूरी कर ली है।

काउंटिंग हाल में लगेंगे 14 टेबल
काउंटिंग हाल में कुल 14 टेबल लगाई जाएंगी। सबसे पहले बैलट पेपर की गणना होगी। इसके बाद EVM की मतों को गिना जाएगा। बता दें कि कैथल विधानसभा के वोटों की गिनती को 16 राऊंडों में होगी। कलायत और गुहला के 15-15 राउंड रहेंगे, जबकि पुंडरी के सबसे कम 14 राउंड में काउंटिंग होगी। हर राउंड का रिजल्ट काउंटिंग हाल में लगी डिस्प्ले पर दिखाया जाएगा। इसके साथ ही रिटर्निंग अधिकारी द्वारा लाउडस्पीकर के माध्यम से भी जानकारी दी जाएगी।

मतगणना केंद्र में एजेंटों की सुबह 6 बजे होगी एंट्री
मतगणना वाले दिन एजेंटों की काउंटिंग हाल में एंट्री सुबह 6 बजे होगी। सभी को प्रशासन द्वारा उपलब्ध करवाए गए आई कार्ड दिखाकर ही अंदर जाने दिया जाएगा। काउंटिंग हाल में एजेंटों को मोबाइल फोन या किसी भी तरह की इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस सहित अन्य प्रकार की कोई भी सामग्री ले जाने पर प्रतिबंध रहेगा।

बैलट पेपर मतपत्रों के 30 मिनट बाद होगी ईवीएम की मतगणना
गुरविंदर सिंह ने बताया कि बेल्ट पेपर मतपत्रों की गिनती होने के 30 मिनट बाद ईवीएम की मतगणना शुरू होगी। मशीन में कोई एरर आने या मतों में भिन्नता होने पर तत्काल एआरओ सूचना देंगे। केन्द्र में मौजूद इंजीनियर मशीन की जांच करेंगे। अगर फिर भी परिणाम प्रदर्शित नहीं होता है तो कंट्रोल यूनिट को आरओ की अभिरक्षा में रखा जाएगा।

थ्री लेयर के बीच की जा रही स्ट्रांग रूम की सुरक्षा
स्ट्रांग रूम के बाहर पुलिस प्रशासन द्वारा थ्री लेयर को सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। पहली लेयर में पैरामिलिट्री फोर्स को लगाया गया है, जो स्ट्रांग रूम के बाहर तैनात है। दूसरी लेयर में एचएपी के पुलिस कर्मचारी लगाए गए है, जो स्ट्रांग रूम से कुछ ही दूरी पर गश्त करते हैं। इसी तरह तीसरी लेयर में जिला पुलिस को लगाया गया है जो कॉलेज के में गेट पर तैनात किए गए हैं। जिनके द्वारा कॉलेज में आने वाले प्रत्येक अधिकारी व कर्मचारी की एंट्री रजिस्टर में की जाती है। पुलिस फोर्स में प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा किसी भी व्यक्ति को स्ट्रांग रूम की तरफ जाने की इजाजत नहीं है।

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