छत्तीसगढ़ सीएम साय ने रविवार को राज्य के सुकमा जिले में नक्सलियों द्वारा किए गए आईईडी विस्फोट में दो सुरक्षाकर्मियों की मौत पर दुख जताया.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने रविवार को राज्य के सुकमा जिले में नक्सलियों द्वारा किए गए आईईडी विस्फोट में दो सुरक्षाकर्मियों की मौत पर दुख जताया. मुख्यमंत्री ने इस नक्सली हमले को बस्तर में चल रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के कारण ‘हताशा में किया गया कायराना कृत्य’ बताया.
इस दौरान उन्होंने शहीद हुए जवानों के दिवंगत आत्मा की शांति और उनके परिजनों को शक्ति प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना भी की. छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णु देव साय ने एक्स को लिखे एक पोस्ट में हिंदी में लिखा, “सुकमा जिले के टेकलगुडेम में नक्सलियों द्वारा किए गए आईईडी विस्फोट में कोबरा के 2 जवानों की मौत की दुखद खबर आ रही है. मैं ईश्वर से दिवंगत जवानों की आत्मा की शांति और उनके परिजनों को शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं.”
मुख्यमंत्री ने बताया कायराना हरकत
उन्होंने आगे लिखा, ‘बस्तर में चल रहे नक्सल उन्मूलन अभियान से नक्सली हताश हैं और हताश होकर इस तरह की कायराना हरकतें कर रहे हैं. जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी, जब तक नक्सलवाद का खात्मा नहीं हो जाता, हम चुप नहीं बैठेंगे.’
इस बीच, सुकमा जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश राव ने बताया, सुकमा जिले के जगरगुंडा थाना क्षेत्र के अंतर्गत सिलगेर और टेकुलागुडेम के बीच रविवार की दोपहर नक्सलियों ने आईईडी विस्फोट कर सुरक्षा वाहनों को उड़ा दिया, जिसमें सीआरपीएफ कोबरा 201 बटालियन के दो जवान शहीद हो गए. सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन और पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई है. दोनों जवानों के शवों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. घटनास्थल पर तलाशी अभियान जारी है.
नक्सलियों द्वारा लगाए आईईडी विस्फोट से जवान शहीद
बता दें इससे पहले, दिन में छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के जगरगुंडा थाना क्षेत्र के अंतर्गत सिलगेर और टेकुलागुडेम के बीच नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी विस्फोट में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के दो जवान शहीद हो गए. मारे गए सुरक्षाकर्मियों की पहचान केरल के तिरुवनंतपुरम के रहने वाले विष्णु आर (35) के रूप में हुई है, जबकि दूसरे जवान की पहचान उत्तर प्रदेश के कानपुर के रहने वाले शैलेंद्र (29) के रूप में हुई है. सुरक्षाकर्मी कमांडो बटालियन फॉर रेजोल्यूट एक्शन (कोबरा) 201 बटालियन का हिस्सा थे. प्राप्त जानकारी के अनुसार, घटना रविवार दोपहर 3 बजे की है, जब ये जवान कैंप सिलगेर (जगरगुंडा थाना क्षेत्र के अंतर्गत) से कैंप टेकलगुडेम तक रोड ओपनिंग ड्यूटी पर थे और नक्सलियों द्वारा लगाए गए इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) के विस्फोट में उनकी जान चली गई. नक्सलियों ने सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने के लिए कैंप सिलगेर से टेकलगुडेम के रास्ते में आईईडी लगाया था.