विद्यार्थियों ने सुप्रीम कोर्ट का भ्रमण किया और वहां जजों की बेंच, विधिक कार्यवाही, वकीलों की बहस, बार कक्ष, वकील ड्रेस कोड, अधिवक्ता चेम्बर और लाइब्रेरी का भी अवलोकन किया। विधि दल के सदस्यों ने लाइब्रेरी में जर्नल रेफरेंस भी देखे।
राजकीय विधि महाविद्यालय अजमेर के विधि स्नातक तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों ने सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली हाईकोर्ट की कार्यप्रणाली को समझा। शैक्षिक भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों ने देश की शीर्ष अदालत में न्यायिक प्रकरणों की सुनवाई, प्रकरण तैयार करने की प्रक्रिया, वकीलों की बहस, और अंग्रेजी-हिन्दी भाषा के उपयोग सहित अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं को जाना।
अजमेर के राजकीय विधि महाविद्यालय के शैक्षणिक दल ने सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली हाईकोर्ट की कार्यप्रणाली का अवलोकन किया और वहां के कार्यों की जानकारी प्राप्त की। इस दल में योगेश गुर्जर, दीपेश बांता, भूपेंद्र भाटी, राजेश गुर्जर, रमेश मीणा, सत्येंद्र मीणा, दीपक टेलर, राजू लोहार, मोनिका सैनी, मिताली सोनी, किरण सामरिया, पूजा भड़ाना, रीना गोस्वामी आदि विधि स्नातक तृतीय वर्ष के विद्यार्थी शामिल थे।
विद्यार्थियों ने सुप्रीम कोर्ट का भ्रमण किया और वहां जजों की बेंच, विधिक कार्यवाही, वकीलों की बहस, बार कक्ष, वकील ड्रेस कोड, अधिवक्ता चेम्बर और लाइब्रेरी का भी अवलोकन किया। विधि दल के सदस्यों ने लाइब्रेरी में जर्नल रेफरेंस भी देखे। इसी तरह, दिल्ली हाईकोर्ट में भी उन्होंने प्रकरणों की सुनवाई देखी और कई मामलों के साक्षी बने।
सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में युवाओं ने वकीलों से मिलकर वकालत की पढ़ाई, प्रायोगिक ज्ञान, ड्राफ्टिंग और बहस के तौर-तरीकों पर चर्चा की। दल में शामिल विद्यार्थियों ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट की कार्यप्रणाली को समझने से उन्हें महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई है, जो उनके भविष्य में काम आएगी।