‘किसी सांसद को कुत्ता नहीं… कुत्तों का अपमान’, रेणुका चौधरी के नए बयान से माहौल गरमाया

Parliament Winter Session: संसद में कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी एक कुत्ते को अपनी गाड़ी में लेकर संसद भवन पहुंच गई थीं. बीजेपी के विरोध ने इसका जमकर विरोध किया. अब रेणुका ने नया बयान जारी किया है.
कांग्रेस की राज्यसभा सासंद रेणुका चौधरी ने संसद में कुत्ते को लाने के विवाद पर गुरुवार को एक चौंकाने वाला बयान दिया. एक टीवी चैनल के इंटरव्यू में उन्होंने साफ कहा, ‘मैंने किसी भी सासंद को कुत्ता नहीं कहा. यह कुत्तों का अपमान होगा. कुत्तों में वफादारी, बिना स्वार्थ के प्यार और लगाव होता है, जो इंसानों में कहां मिलता है? इंसानों को कुत्ता कहना ठीक नहीं, इससे डॉगीज की बेइज्जती होगी.’

रेणुका ने सड़क से उठाया था कुत्ता

रेणुका का यह बयान संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन (1 दिसंबर) की उस घटना से जुड़ा है, जब रेणुका चौधरी संसद परिसर आ रही थीं. रास्ते में एक स्कूटर और कार की टक्कर हुई और बीच सड़क पर एक कुत्ता घूम रहा था. हादसे से बचाने के लिए रेणुका ने अपनी सांसद वाली गाड़ी में कुत्ते को बैठा लिया और संसद पहुंचा दिया. वहां स्टाफ को सौंपकर उन्होंने कुत्ते को सुरक्षित जगह भेजने को कहा.

कुत्ते पर संसद में मचा था घमासान

रेणुका की यह नेकी बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल को नागवार गुजरी. उन्होंने इसे संसद के विशेषाधिकार का दुरुपयोग बताते हुए हंगामा खड़ा कर दिया. जगदंबिका ने कहा, ‘कुत्ता संसद में लाना लोकतंत्र का अपमान है. यह संसद की गरिमा पर बट्टा लगाता है. सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.’

जगदंबिका के इस बयान ने विवाद को भड़का दिया और बीजेपी ने रेणुका पर सांसदों को ‘कुत्ता’ कहने का आरोप लगाया.

रेणुका ने कहा था कि काटने वाले संसद में बैठे

रेणुका ने पहली सफाई में तंज कसा था कि डॉगी ने किसी को काटा थोड़े है? असली काटने वाले तो संसद में ही बैठे हैं, जो रोज हमें काटते हैं. हम एक बेजुबान की मदद करते हैं, तो यह बड़ा मुद्दा बन जाता है. क्या सरकार के पास और कोई काम नहीं?

विशेषाधिकार हनन के नोटिस की आशंका

अब उनके इस नए बयान ने सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़ ला दी है. कई यूजर्स रेणुका की तारीफ कर रहे हैं, तो कुछ इसे राजनीतिक तंज बता रहे हैं. रेणुका पर विशेषाधिकार हनन का नोटिस आने की संभावना बनी हुई है. कांग्रेस का कहना है कि यह घटना को बड़ा बनाने की साजिश है. रेणुका का हालिया बयान संसद सत्र को और गर्म करने का संकेत दे रहा है.

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