बठिंडा-दिल्ली रेलवे ट्रैक पर टला बड़ा हादसा,लोहे के छड़ों से ट्रेन पलटाने की साजिश.

राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि बठिंडा-दिल्ली रेलवे ट्रैक पर नौ लोहे की छड़ें बरामद की गईं. अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई.

बठिंडा (पंजाब): राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि बठिंडा-दिल्ली रेलवे ट्रैक पर नौ लोहे की छड़ें बरामद की गईं.

जांच अधिकारी शविंदर कुमार ने बताया कि रविवार सुबह बठिंडा-दिल्ली रेलवे ट्रैक पर लोहे की कई छड़ें देखी गईं, जिसके बाद ट्रेन को रोकना पड़ा. छड़ें सुबह करीब 3 बजे बरामद की गईं.

अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई

रेलवे पुलिस अधिकारियों के अनुसार, जैसे ही पटरियों पर छड़ें पाई गईं, रेलवे अधिकारियों ने उन्हें हटा दिया और अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई.

जांच अधिकारी कुमार ने बताया, “सुबह आरपीएफ ने मामले की जांच की और छड़ें बरामद कीं, जिसके बाद मामला राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) को सौंप दिया गया और फिर एफआईआर दर्ज की गई.”

घटनास्थल से नौ लोहे की छड़ें बरामद की गई हैं

उन्होंने आगे बताया कि घटनास्थल से कुल नौ छड़ें बरामद की गई हैं. उन्होंने बताया, “घटनास्थल से नौ लोहे की छड़ें बरामद की गई हैं. जीआरपी (राजकीय रेलवे पुलिस) ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच की जा रही है.”

रविवार को एक अन्य घटना में, उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में रेलवे पटरियों पर 5 लीटर का खाली गैस सिलेंडर मिलने से एक बड़ी त्रासदी टल गई. यह घटना सुबह करीब 5.50 बजे प्रेमपुर रेलवे स्टेशन के पास घटी.

भारतीय रेलवे अधिकारियों के अनुसार, मालगाड़ी के लोको पायलटों ने ट्रैक पर 5 लीटर का खाली गैस सिलेंडर होने की सूचना दी, जिसके बाद चालक ने ट्रेन रोक दी.

प्रेमपुर स्टेशन पर गैस सिलेंडर रखा गया था

उत्तर मध्य रेलवे के सीपीआरओ के बयान में कहा गया है, “आज (22 सितंबर) सुबह 5:50 बजे प्रेमपुर स्टेशन पर कानपुर से प्रयागराज की ओर जा रही एक मालगाड़ी के ड्राइवर ने पटरियों पर गैस सिलेंडर पड़ा देखा, जिसके बाद इमरजेंसी ब्रेक लगाकर रोका गया. रेलवे आईओडब्ल्यू (कार्य निरीक्षक), सुरक्षा और अन्य टीमों ने सिलेंडर की जांच की और उसे पटरियों से हटाया. निरीक्षण करने पर पता चला कि 5 लीटर का सिलेंडर खाली था. मामले की जांच के निर्देश दिए गए हैं.”

इसी तरह 19 सितंबर को उत्तराखंड के बिलासपुर रोड और रुद्रपुर शहर के बीच रेलवे ट्रैक पर एक धातु का खंभा पाया गया था. भारतीय रेलवे अधिकारियों के अनुसार, ट्रेन के लोको पायलट ने ट्रैक पर 6 मीटर लंबा लोहे का खंभा देखा, जिसके बाद चालक ने ट्रेन रोक दी.

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