महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों में से महायुति का 90 फीसदी सीटों का बंटवारे पर सहमति बन चुकी है। महायुति में सहयोगी एनसीपी के नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि गठबंधन के 235 उम्मीदवारों की पहली सूची 12 अक्तूबर को घोषित की जाएगी। वहीं विपक्षी महाविकास अघाड़ी की भी सीट शेयरिंग का फार्मूला लगभग तय हो चुका है।
हरियाणा और जम्मू कश्मीर के बाद अब सबकी नजरें महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनावों पर हैं। 288 विधानसभा सीटों वाले महाराष्ट्र में चुनाव दीपावली के बाद होने की उम्मीद है। लोकसभा चुनाव के बाद होने जा रहे यहां के चुनाव के दिलचस्प होने की उम्मीद है। दोनों गठबंधन महायुति और महाविकास अघाड़ी सीट बंटवारे को अंतिम रूप देने की कवायद में जुटे हुए हैं। हालांकि, सीटों के चयन के दौरान दोनों गठबंधनों में शामिल पार्टियों के बीच कुछ सीटों पर विवाद की भी स्थिती है।
आइये जानते हैं कि महाराष्ट्र में चुनाव कब होंगे?
राज्य की विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को खत्म हो रहा है। चुनाव आयोग दशहरे के बाद कभी भी चुनाव की तारीखों का एलान कर सकता है। संभावना जताई जा रही है कि झारखंड के साथ राज्य में नवंबर में एक साथ विधानसभा के चुनाव कराए जा सकते हैं। महाराष्ट्र में पिछली बार अक्तूबर में विधानसभा के चुनाव हुए थे।
चुनाव आयोग की टीम महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव 2024 की तैयारियों का जायजा ले चुकी है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार, सुखबीर सिंह संधू के साथ लगभग 12 अधिकारियों के दल ने 27 और 28 सितंबर को महाराष्ट्र का दो दिवसीय दौरा किया था। इस दौरान आयोग ने आगामी चुनावों के लिए सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से उनके सुझाव मांगे थे।
सत्ताधारी महायुति में सीट बंटवारे को क्या चल रहा है?
महाराष्ट्र में फिलहाल महायुति की सरकार है जिसमें भाजपा, शिवसेना और एनसीपी शामिल हैं। महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों के बंटवारे को लेकर महायुति के घटक दलों के बीच कई दौर की मैराथन बैठकें हो चुकी हैं। रिपोर्ट है कि 235 सीटों पर चुनाव लड़ने की चर्चा पूरी हो चुकी है। बाकी 53 सीटों पर भी जल्द फैसला हो जाएगा। महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने मीडिया को बताया कि महायुति का 90 फीसदी सीटों पर सहमति बन चुकी है।
किस पार्टी को कितने सीटें मिल सकती हैं?
स्थानीय मीडिया रिपोर्टों में दावा है कि भाजपा महायुति में सीटों का बंटवारा करते हुए 155 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। एकनाथ शिंदे की शिवसेना को 60 से ज्यादा सीटें मिल सकती हैं। अजित पवार वाली एनसीपी को करीब 60 से 65 सीटें मिलेंगी। एनसीपी (अजीत गुट) के कार्यकारी अध्यक्ष और सांसद प्रफुल्ल पटेल ने बताया, ‘हमने चुनाव में सम्मानजनक सीटें मांगी थीं, जिसके मुताबिक हमें 60 से 65 सीटें मिलेंगी।’ प्रफुल्ल ने यह भी कहा कि हम इस सीट आवंटन से खुश हैं।
प्रफुल्ल पटेल ने एक अहम घोषणा यह भी की है कि महायुति के 235 उम्मीदवारों की पहली सूची दशहरा यानी 12 अक्तूबर को घोषित की जाएगी। पिछले कुछ दिनों से यह भी चर्चा थी कि अजित पवार बारामती से चुनाव नहीं लड़ेंगे, इस पर प्रफुल्ल ने एक अहम जानकारी साझा की है। प्रफुल्ल ने स्पष्ट किया है कि उपमुख्यमंत्री अजीत पवार अपने पारंपरिक निर्वाचन क्षेत्र बारामती से चुनाव लड़ेंगे। प्रफुल्ल ने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में मैं आधिकारिक तौर पर घोषणा करता हूं कि अजीत पवार बारामती से उम्मीदवार होंगे। मैं पहली सीट की घोषणा करता हूं।’
महाराष्ट्र चुनाव के लिए महाविकास अघाड़ी में भी सीट बंटवारे पर लगातार मंथन जारी है। एमवीए का सीट आवंटन अंतिम चरण में पहुंच गया है। दक्षिण मुंबई के वाईबी चव्हाण सेंटर में गठबंधन नेताओं की अब तक कई दौर की बैठक हो चुकी है। एमवीए की बैठकों में शिवसेना के नेता संजय राउत और अनिल देसाई, पूर्व गृह मंत्री और एनसीपी (शपा) के नेता अनिल देशमुख, कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोराट, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले, राज्य एनसीपी अध्यक्ष जयंत पाटिल और एनसीपी विधायक जीतेंद्र आव्हाड शामिल हुए।
पूर्व गृह मंत्री और एनसीपी के नेता अनिल देशमुख के मुताबिक, एमवीए में कुछ सीटों को छोड़कर बुधवार तक पूरी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है और पहली सूची दशहरा 12 अक्तूबर को घोषित की जाएगी।
वहीं, विपक्षी नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि महाविकास अघाड़ी की सीट शेयरिंग लगभग हो चुकी है, कुल 288 में से 50 से 55 सीटों का सवाल बाकी है। वडेट्टीवार ने यह भी साफ कर दिया गया है कि बची सीटों पर फैसला 14 तारीख को होने वाली अंतिम बैठक में होगा।
वहीं एनसीपी (शपा) के देशमुख ने बताया कि अधिकांश सीटों पर आम सहमति है। कुछ सीटों पर विवाद है, लेकिन हम इसे सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझा लेंगे और दिल्ली के हस्तक्षेप की कोई आवश्यकता नहीं होगी। देशमुख ने स्पष्ट किया कि सीएम पद पर कोई चर्चा नहीं हुई, न ही इस पर कोई विवाद था। उन्होंने कहा कि किसी ने भी सीएम पद का मुद्दा नहीं उठाया है। हमारी प्राथमिकता महायुति सरकार को हटाना है।
एमवीए में किस पार्टी को कितनी सीटें मिल सकती हैं?
बताया जा रहा है कि कांग्रेस 100 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। शिवसेना (यूबीटी) भी करीब 100 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। शरद पवार की एनसीपी (शपा) को 80 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने की उम्मीद है। स्थानीय रिपोर्ट्स के अनुसार, सीट आवंटन में 2019 के विधानसभा चुनाव में पार्टी द्वारा जीती गई सीटें शामिल हैं। ऐसी 154 सीटें उन्हीं पार्टियों के पास रखी गई हैं और बहुत कम स्थानों में बदलाव किया गया है। बाकी 86 सीटों के बारे में निर्णय लेते समय सीटों का आवंटन 2019 के विधानसभा चुनाव में मिले वोटों, दूसरे स्थान पर रहने वाली पार्टी, जीतने की संभावना वाली पार्टी और 2024 के लोकसभा चुनाव में विधानसभा क्षेत्रों में मिले वोटों के आधार पर किया जाएगा। सीट बंटवारे की बैठकों में हिस्सा रहे महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि सीटों के आवंटन के लिए सीटों की संख्या नहीं, बल्कि जीतने की क्षमता मुख्य मानदंड है।