हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी की प्रचंड जीत के बाद नई कैबिनेट को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही है. इस बीच एबीपी न्यूज़ को सूत्रों ने बड़ी जानकारी दी है.
हरियाणा में बीजेपी की बड़ी जीत के बाद नई सरकार के चेहरों को लेकर पार्टी में मंथन जारी है. सूत्रों ने बताया कि गुरुवार (10 अक्टूबर) को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और राज्य के प्रभारी वरिष्ठ मंत्री के बीच मंत्रिमंडल विस्तार और शपथ ग्रहण कार्यक्रम को लेकर चर्चा हुई. सूत्रों ने बताया कि नायब सिंह सैनी के मंत्रिमंडल में उनके अलावा 12 मंत्रियों को शामिल किया जा सकता है.
हरियाणा की नई बीजेपी सरकार में अनिल विज (पंजाबी), कृष्ण बेदी (वाल्मिकी), कृष्णलाल पंवार (जाटव), अरविंद शर्मा (ब्राह्मण), कृष्ण मिड्डा (पंजाबी), महिपाल ढांडा (जाट), मूलचंद शर्मा (ब्राह्मण), लक्ष्मण यादव (यादव), राव नरबीर (यादव), सुनील सांगवान (जाट), बिपुल गोयल (बनिया), तेजपाल तंवर (गुर्जर) को मंत्री बनाया जा सकता है.
किस जाति के कितने मंत्री?
यानि दो-दो पंजाबी, ब्राह्मण, जाट और यादव जाति से मंत्री बनेंगे. वहीं एक-एक बनिया, गुर्जर, वाल्मिकी और जाटव जाति से मंत्री बनेंगे. अनिल विज खट्टर सरकार में गृहमंत्री थे, हालांकि उन्होंने नाराजगी के बाद नायब सिंह सैनी सरकार में नहीं शामिल होने का फैसला लिया.
नए चेहरों को क्यों मिल रहा मौका?
बता दें कि रिजल्ट के बाद से ही कैबिनेट में नए चेहरों को लेकर चर्चा शुरू हो गई थी, क्योंकि सैनी सरकार में शामिल रहे 10 में से 8 मंत्रियों को इसबार हार का सामना करना पड़ा है. थानेसर से सुभाष सुधा, नूंह से संजय सिंह, अंबाला सिटी से असीम गोयल, हिसार से कमल गुप्ता, जगाधरी से कंवर पाल, लोहारू से जेपी दलाल, नांगल चौधरी से अभे सिंह यादव, रानियां से रणजीत सिंह चौटाला को हार का सामना करना पड़ा है.
हर वर्ग को साधने में जुटी बीजेपी
प्रदेश में मुख्यमंत्री के नाम पर अब तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि नायब सिंह सैनी का फिर से मुख्यमंत्री बनना तय है.
बीजेपी ने इस बार 48 सीटें जीती है. हरियाणा में लगातार तीसरी बार जीतकर सरकार बनाने का एक रिकॉर्ड है, ऐसे ने बीजेपी कैबिनेट का नाम तय करते वक्त सभी जाति समुदाय और इलाके को साधने का प्रयास करेगी. ताकि ये संदेश जाए कि बीजेपी जाति विशेष को लेकर राजनीति नहीं करती, बल्कि सर्वसमाज को लेकर चलने वाली पार्टी है.