Haryana Assembly Elections: हरियाणा में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले प्रदेश भाजपा में हलचल मच गई है. भाजपा ने अपने दो पूर्व मंत्रियों समेत 8 नेताओं को पार्टी से निकाल दिया है.
हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तैयारी ने अंतिम रूप ले लिया है. 5 अक्टूबर को होने वाले चुनाव के लिए जहां बीजेपी सरकार दोहराने के लिए पूरा जोर लगा रही है तो वहीं कांग्रेस को सत्ता वापसी की उम्मीद है.
5 साल पहले किंग मेकर रही जननायक जनता पार्टी के लिए चुनौतियां जरूर है तो वहीं आम आदमी पार्टी भी अपनी किस्मत आजमा रही है. इस बीच भाजपा में बड़ी हलचल हो गई है.
भाजपा ने चुनाव से पहले आठ नेताओं को पर एक्शन लिया है. उससे भी खास बात यह है कि में आठ नेताओं में दो पूर्व मंत्री भी शामिल हैं. इन आठ नेताओं को भाजपा ने पार्टी से ही निष्कासित कर दिया. यह आठ नेता बागी थे. इनमें नायब सिंह सैनी सरकार में रहे बिजली मंत्री रणजीत चौटाला भी शामिल है. वहीं पूर्व मंत्री बच्चन सिंह आर्य को भी निष्कासित कर दिया गया है.
बताया जा रहा था कि इस बार पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया था, जिससे वह नाराज हो गए थे और निर्दलीय चुनाव लड़ने का उन्होंने फैसला किया था. फिर वही रणजीत चौटाला रनिया विधानसभा से चुनाव मैदान में है तो सफीदो से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में लड़ रहे हैं.
इसके अलावा देवेंद्र कालिया गन्नौर से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में लड़ रहे हैं. लाडवा से संदीप गर्ग, असंद से जिलेराम शर्मा, महम से राधा अहलावत, गुरुग्राम से नवीन गोयल और हथीन से केहर सिंह रावत को पार्टी में निकाल दिया है. सभी नेताओं पर पार्टी से बगावत कर पार्टी के उम्मीदवारों के खिलाफ तो चुनाव लड़ने की और अनुशासनहीनता के बाद कार्रवाई की गई है.
यह कार्रवाई हरियाणा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली ने की है. हरियाणा भाजपा की ओर से जारी पत्र में लिखा गया कि हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष पंडित मोहनलाल बडोली द्वारा आजाद प्रत्याशी के तौर पर विधानसभा चुनाव लड़ रहे पार्टी के कार्यकर्ताओं को तुरंत प्रभाव से 6 वर्ष के लिए निष्कासित किया गया है.
आठ नेताओं का निष्कासन बड़ी खबर इसलिए है क्योंकि हरियाणा चुनाव के लिए मात्र चार दिन ही शेष है. बीजेपी हरियाणा में स्पेशल से एक जूता और अनुशासन बनाए रखना चाहती है. जिससे अंदर खाने कोई बगावती तेवर ना दिखा सके और चुनाव में पार्टी अच्छा प्रदर्शन कर सके.