दिल्ली की सभी 70 सीटों के लिए 5 फरवरी को वोटिंग होनी है. नतीजे 8 फरवरी को आएंगे. आइए जानते हैं कि यमुना पार की 20 सीटों पर किस पार्टी के हाथ मजबूत माने जा रहे हैं. पूर्वी दिल्ली में कौन सी पार्टी कितने पानी में है :-
दिल्ली में कांग्रेस के पतन और आम आदमी पार्टी (AAP) की एंट्री के बाद यहां की सियासत 2 बड़ी पार्टियों में सिमटकर रह गई है. पहली तो खुद AAP और दूसरी BJP. 2025 के विधानसभा चुनाव में एक तरफ AAP अपनी ‘झाड़ू’ से खुद पर लगे सारे दाग झाड़कर बहुमत की सरकार बनाने की उम्मीद कर रही है. दूसरी ओर, BJP सरकार में वापसी की पुरजोर कोशिश में लगी है. वहीं, कांग्रेस भी आस लगाए बैठी है कि उसके हाथ कुछ मजबूत होंगे. कहते हैं दिल्ली की सत्ता का रास्ता पूर्वी दिल्ली के संसदीय क्षेत्र यमुना पार की संकरी गलियों से होकर गुजरता है. यमुना पार की 20 सीटों पर जिसका सिक्का चल गया, सत्ता उसकी ही बनती है.
यमुना पार में आती हैं कौन सी 20 सीटें?
पूर्वी दिल्ली संसदीय क्षेत्र यमुना पार का वह हिस्सा है, जिसमें पॉश इलाकों के साथ शहरीकृत गांव, कच्ची कॉलोनियां, पटपड़गंज और झिलमिल जैसे इंडस्ट्रियल एरिया आते हैं. यमुना पार में बुराड़ी, तिमारपुर, जंगपुरा, ओखला, त्रिलोकपुरी, कोंडली, पटपड़गंज, लक्ष्मी नगर, विश्वास नगर, कृष्णा नगर, गांधी नगर, शाहदरा, सीमापुरी, रोहतास नगर, सीलमपुर, घोंडा, बाबरपुर, गोकलपुर, मुस्तफाबाद और करावल नगर सीटें आती हैं.
क्या है जातीय समीकरण?
यमुना पार में जातीय समीकरण की बात करें, तो यहां से ब्राह्मण, गुर्जर, पंजाबी, मुस्लिम, दलित और उत्तराखंड के वोटर्स बड़ी तादाद में हैं. एशिया की सबसे बड़ी मार्केट गांधी नगर इसी क्षेत्र में आती है.
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क्या हैं चुनावी मुद्दे?
यमुना पार की इन 20 सीटों पर कच्ची कॉलोनियों, पीने के पानी की समस्या, साफ-सफाई, ट्रैफिक जाम, पार्किंग की खासी दिक्कतें हैं. चुनाव में यही मुद्दें छाए रहेंगे. गाजीपुर लैंडफिल साइट भी चुनावी मुद्दा है, लेकिन इसकी बात कम ही हो रही है.
पूर्वी दिल्ली में कौन कितने पानी में?
अगर हम बीते 3 चुनावों के नतीजों पर गौर करें, तो यहां की सियासत में आए बदलाव को आसानी से समझा जा सकता है:-
2013 का स्कोर कार्ड
2013 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने पूर्वी दिल्ली की 20 में से 8 सीटों पर जीत हासिल की. AAP का वोट पर्सेंटेज 28% रहा. BJP ने भी 8 सीटें जीती. वोट शेयर 32% रहा. कांग्रेस को 4 सीटें मिली थीं. वोट शेयर AAP के बराबर यानी 28% रहा.
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2015 का स्कोर कार्ड
2015 के इलेक्शन में AAP ने शानदार प्रदर्शन किया. पूर्वी दिल्ली में 18 सीटें जीतीं. वोट शेयर 51% रहा. BJP ने यमुना पार में महज 2 सीटें जीतीं. वोट शेयर 34% रहा. कांग्रेस के हाथ खाली रहे. उसे एक भी सीट नहीं मिली. हालांकि, वोट शेयर 12% रहा.