‘मैं भी मेड इन इंडिया हूं’, फ्रांस के इतने बड़े बिजनेसमैन ने भारत की तारीफ में कही ऐसी बात, पाकिस्तान को सुनकर लगेगी मिर्ची

फ्रेंच एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्र की दिग्गज कंपनी सफ्रान भारत में एमआरओ फैसिलिटी खोल रही है, जिसमें हर साल 300 एलईएपी इंजन की सर्विस की जा सकेगी. फ्रांस के एक बड़े बिजनेसमैन ने कहा है कि वह मेड इन इंडिया हैं और उनकी यह बात सुनकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जोर से हंस पड़े. बुधवार (26 नवंबर, 2025) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद में दुनिया की सबसे बड़ी इंजन एमआरओ (रखरखाव, मरम्मत और ओवरहॉल) फैसिलिटी का वर्चुअली उद्घाटन किया. यह फैसिलिटी फ्रेंच एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्र की दिग्गज कंपनी सफ्रान ने स्थापित की है.

इनोग्रेशन के दौरान सफ्रान के चेयरमैन रोस मैकइंस ने भारत सरकार की मेड इन इंडिया कैंपेन का जिक्र किया और हल्के-फुल्के अंदाज में कहा, ‘मैं भी मेड इन इंडिया हूं.’ उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी भारत के मेड इन इंडिया कैंपेन का सपोर्ट करेगी. भारत में खोला गया सफ्रान का सदर्न अफ्रीकन इमरजेंसी सर्विस इंस्टीट्यूट(SAESI) है, जो LEAP इंजन के लिए सफ्रान का डेडिकेटेड एमआरओ सेंटर है. 

रोस मैकइंस ने कहा, ‘मैं कहना चाहता हूं कि मैं भारत से जुड़ा हूं क्योंकि मेरा जन्म यहां हुआ है इसलिए मैं भी मेड इन इंडिया हूं.’ उनकी यह बात सुनकर पीएम मोदी जोर से हंस पड़े. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ये नई फैसिलिटी LEAP इंजन के लिए है, इन इंजन का इस्तेमाल कमर्शियल एयरक्राफ्ट में किया जाता है. उन्होंने कहा कि इससे युवाओं के लिए भी नौकरी के नए अवसर खुलेंगे. पीएम मोदी ने कहा कि यहां हर साल 300 LEAP इंजन की सर्विस की जाएगी और 2035 तक SAESI में एक हजार स्किल्ड भारतीय टेक्नीशियन और इंजीनियर्स को भर्ती किया जाना है. 

यह पहली बार है जब किसी ग्लोबल एयरक्राफ्ट इंजन मैन्यूफेक्चरर ने भारत में एमआरओ फैसिलिटी बनाई है, जो देश की एविएशन इंडस्ट्री के लिए बड़ा माइलस्टोन है. जीएमआर एयरोस्पेस एंड इंडस्ट्रियल पार्क-एसईजेड के 45,000 स्क्वायर मीटर में फैसलिटी फैली है और इसकी शुरुआती इन्वेस्टमेंट 1,300 करोड़ रुपये है. 2035 तक यह पूरी तरह तैयार हो जाएगी और हर साल यह 300 एलईएपी इंजन की सर्विस कर पाएगा.

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