
Haryana Government: हरियाणा में सीएम नायब सिंह सैनी की सरकार ने IPS अधिकारियों अलोक मित्तल और अर्शिंदर सिंह चावला को DGP रैंक पर पदोन्नत किया. अब दोनों हरियाणा की कानून व्यवस्था संभालेंगे.
हरियाणा में सीएम नायब सिंह सैनी की सरकार ने मंगलवार (19 नवंबर) को दो वरिष्ठ IPS अधिकारियों अलोक मित्तल और अर्शिंदर सिंह चावला को प्रमोट कर डीजीपी रैंक पर पदोन्नत कर दिया. दोनों अधिकारी पहले एडीजीपी के पद पर कार्यरत थे और अपने-अपने क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभा रहे थे.
1993 बैच के IPS अधिकारी अलोक मित्तल वर्तमान में हरियाणा राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) के प्रमुख हैं. उन्हें दिसंबर 2024 में एडीजीपी के रूप में ACB की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, जहां वे अमिताभ सिंह ढिल्लों के बाद इस पद पर आए थे.
हरियाणा CID के प्रमुख रह चुके हैं अर्शिंदर सिंह चावला
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ACB में नियुक्ति से पहले मित्तल हरियाणा CID के प्रमुख थे और करीब साढ़े चार वर्षों तक इस महत्वपूर्ण भूमिका में रहे. इससे पहले वे पांच वर्ष से अधिक समय तक राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर रहे. उनका करियर कई अहम पदों से होकर गुजरा है. CBI की आर्थिक अपराध शाखा व साइबर सेल में एसपी, गुरुग्राम के पुलिस कमिश्नर, रोहतक रेंज के आईजीपी, और रोहतक, पानीपत, फरीदाबाद व पंचकूला के एसएसपी है.
अशोक मित्तल ने कितनी की है पढ़ाई
अलोक मित्तल की शैक्षणिक पृष्ठभूमि भी उल्लेखनीय है. उन्होंने 1990 में IIT रुड़की से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक किया और 2010–11 में NALSAR यूनिवर्सिटी, हैदराबाद से साइबर लॉज में पीजी डिप्लोमा पूरा किया. कानून व्यवस्था, अपराध जांच और रोड सेफ्टी जैसे क्षेत्रों में वे विशेषज्ञ माने जाते हैं.
अर्शिंदर सिंह चावला बने DGP
हरियाणा पुलिस अकादमी, मधुबन (करनाल) के निदेशक अर्शिंदर सिंह चावला को भी डीजीपी रैंक पर प्रमोट किया गया है. उन्हें लेवल-16 पे मैट्रिक्स में 2.05 लाख से 2.24 लाख रुपये वेतनमान की मंजूरी मिली है. साल 2022 में चावला को राज्य सरकार की ओर से ERSS/Dial-112 प्रोजेक्ट की योजना, समन्वय और सफल क्रियान्वयन के लिए विशेष प्रशंसा पत्र दिया गया था. उन्हें इससे पहले 2009 में पोलीस मेडल फॉर मेरिटोरियस सर्विस और 2020 में राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया जा चुका है.
चावला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निभा चुके हैं अपनी भूमिका
1993 बैच के चावला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी भूमिका निभा चुके हैं. वे 2003–04 में कोसोवो में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन का हिस्सा रहे. वे हरियाणा के एकमात्र अधिकारी हैं जिन्हें राष्ट्रीय पुलिस अकादमी, हैदराबाद से IPS एसोसिएशन का प्रतिष्ठित ‘स्वॉर्ड ऑफ ऑनर’ मिला है.
चावला ने पुलिस मैनेजमेंट (उस्मानिया यूनिवर्सिटी) और मानवाधिकार (पांडिचेरी यूनिवर्सिटी) में मास्टर्स किया है. साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पांच शोध-पत्र भी प्रकाशित किए हैं. दोनों अधिकारियों की पदोन्नति को राज्य की कानून-व्यवस्था तंत्र को मजबूत करने की दिशा में उठाए गए महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है.



