दिल्ली ब्लास्ट में धमाका करने के लिए इस्तेमाल हुई कार की पूरी कहानी, कैसे पहुंची दिल्ली के लाल किले ?

जांच के बाद पता चला कि धमाका जिस कार में हुआ, वह हरियाणा के फरीदाबाद सेक्टर 32 की रॉयल कार जोन नाम की दुकान से बेची गई थी.

दिल्ली में सोमवार (10 नवंबर, 2025) शाम लाल किले के पास हुए भयानक कार ब्लास्ट ने पूरे देश को हिला दिया. जिस सफेद हुंडई i20 कार में विस्फोट हुआ, उसके बारे में अब विस्तृत जानकारी सामने आ रही है. कार किसकी थी, किसने बेची और कैसे वह लाल किले के पास विस्फोट वाली जगह तक पहुंची.  ऐसे सभी पहलुओं की जांच की जा रही है. कार के हर मोड़ पर जांच एजेंसियों को कई चौंकाने वाले सुराग मिले हैं, जिससे मामला और गंभीर होता जा रहा है.

कार की खरीद-फरोख्त में बड़ा खुलासा
जांच के बाद पता चला कि धमाका जिस कार में हुआ, वह हरियाणा के फरीदाबाद सेक्टर 32 की रॉयल कार जोन नाम की दुकान से बेची गई थी. एबीपी न्यूज ने फरीदाबाद जाकर दुकान के मालिक के पुराने साथी वकील अहमद से बात की. वकील अहमद ने बताया कि कार उनके पुराने पार्टनर अमित पटेल ने बेची थी. अमित फरीदाबाद का नहीं, बल्कि मध्य प्रदेश का रहने वाला है और अपनी पत्नी और बच्चों के साथ फरीदाबाद में रह रहा है. अहमद के मुताबिक, वे दोनों 2022 में अलग हो गए थे और कारों का यह बिजनेस 2015-16 में शुरू किया था. अमित अब 3-4 लोगों के साथ काम करता है. धमाके की जानकारी मिलने के बाद अहमद ने उसे फोन किया, लेकिन अमित का फोन बंद मिला.

रॉयल कार जोन ऑफिस में मिली शराब और ताश 
दिल्ली धमाके में इस्तेमाल हुई सफेद i20 कार फरीदाबाद के रॉयल कार जोन से खरीदी गई थी. एबीपी न्यूज़ की टीम जब जांच के लिए इस ऑफिस में पहुंची तो भीतर का नजारा चौंकाने वाला था- खुले में शराब की बोतलें, ताश के पत्ते और बिखरा सामान साफ दिखा रहा था कि यहां पार्टी की गई थी और यह अय्याशी का अड्डा था.

बार-बार बदली गई कार की ओनरशिप
कार किसकी है इसको लेकर कई बड़े खुलासे सामने आ रहे हैं. बताया जा रहा है कि कार की ओनरशिप कई बार बदली गई और इसमें कई फर्जी आईडी का इस्तेमाल किया गया, जो आतंकवादी साजिश में इस्तेमाल होने वाली आम तकनीक है.

कार दिनभर दिल्ली में घूमती रही
दिल्ली पुलिस ने कार की टाइमलाइन जारी की है-

-सुबह 8:04 बजे: कार बादरपुर टोल प्लाजा से दिल्ली में दाखिल हुई.
-8:20 बजे: ओखला इंडस्ट्रियल एरिया के पास एक पेट्रोल पंप पर कार में फ्यूल भरवाया गया.
-दोपहर 3:19 बजे: कार लाल किले के पास पार्किंग में दाखिल हुई.
-शाम 6:00 बजे: कार उसी पार्किंग से बाहर निकलती दिखाई दी.
कार इसके बाद दरियागंज, कश्मीरी गेट और सुनेहरी मस्जिद के आसपास घूमती दिखी. यही इलाके बाद में विस्फोट स्थल से जुड़े पाए गए.

कार के मालिक से लेकर नए खरीदार तक
पुलिस ने कार के रजिस्टर्ड मालिक मोहम्मद सलमान को गुरुग्राम से पकड़ा. सलमान ने बताया कि उसने कार देवेंद्र नाम के व्यक्ति को बेची थी, जिसने इसे आगे अंबाला में किसी और को बेच दिया. पुलिस अब हर खरीददार की कड़ी की जांच कर रही है.

फर्जी आईडी में पुलवामा का नाम
कार से जुड़ी एक आईडी पुलवामा (जम्मू-कश्मीर) के व्यक्ति से लिंक पाई गई, जिससे आतंकी कनेक्शन की आशंका और गहरा गई है. मौके पर कोई शरापनेल या क्रेटर नहीं मिला, जिससे विशेषज्ञ विस्फोटक के प्रकार पर फिर से जांच कर रहे हैं.

धमाके में 12 की मौत, 29 घायल
HR 26 7674 नंबर वाली इस कार में 3 लोग सवार थे. विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि पास खड़ी कई गाड़ियां भी जल गईं. घायलों को तुरंत LNJP अस्पताल ले जाया गया. दिल्ली पुलिस, NIA, NSG और FSL की टीमें मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गईं. पूरी राजधानी को हाई अलर्ट पर रखा गया है. एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ा दी गई.

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