
प्रदेश के कई इलाकों से मानसून की विदाई लगभग हो चुकी है लेकिन मौसम विभाग ने आज झालावाड़, बारां, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।
राजस्थान में इस बार करीब 2 महीने तक एक्टिव रहे मानसून में औसत से काफी ज्यादा बारिश हुई। कई जिलों में अच्छी बारिश के चलते लोगों को बड़ी राहत मिली लेकिन प्रदेश के कई हिस्सों में यह आफत बनकर बरसी। लगातार हुई बारिश के चलते ज्यादातर तालाब और बांध भी ओवरफ्लो हो गए। हनुमानगढ़, अजमेर सहित कई जिलों में लोगों के घर तक बह गए लेकिन अब राजस्थान में मानसून की विदाई होना शुरू हो चुकी है।
सीमावर्ती क्षेत्र जैसलमेर, बीकानेर, गंगानगर से मानसून विदाई ले चुका है। साथ ही जोधपुर और नागौर के भी कुछ हिस्सों से भी मानसून की विदाई हो चुकी है। अब आगामी दिनों में पूरे प्रदेश से मानसून विदाई लेगा। ऐसे में बारिश की गतिविधियां भी न के बराबर रहेंगी।
बता दें कि प्रदेश में इस बार 10 सितंबर तक मानसून एक्टिव रहा था, जिसके चलते लगातार कई दिनों तक अलग-अलग जिलों में तेज बारिश हुई थी। 10 सितंबर के बाद मानसून पर ब्रेक सा लग गया। कुछ ही इलाकों में हल्की बूंदाबांदी हुई। हालांकि आज झालावाड़, बारां, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
वहीं कल 17 सितंबर को कोटा, बारां, झालावाड़, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा, डूंगरपुर में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। ऐसे में यहां हल्की बूंदाबांदी से लेकर सामान्य दर्जे की बारिश हो सकती है। इसके बाद प्रदेश में बारिश का कोई भी अलर्ट नहीं है।
जयपुर मौसम केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा बताते हैं कि वैसे तो राजस्थान में मानसून की विदाई 17 सितंबर के नजदीक शुरू होती है लेकिन इस बार मानसून की विदाई पहले ही होना शुरू हो चुकी है। प्रदेश में लगातार उत्तर-पश्चिमी हवाओं का दबाव बढ़ाने की वजह से मानसून की विदाई पहले हो रही है।
अब आगामी दिनों में प्रदेश में मौसम साफ रहने पर दोपहर के तापमान में तो बढ़ोतरी होगी ही। इसके साथ ही यहां सुबह और रात के समय हल्की ठंडक होना भी शुरू हो जाएगी। बात करें प्रदेश के तापमान की तो अजमेर में 33.5, जयपुर में 34.8, सीकर में 35, कोटा में 34.6, उदयपुर में 32.5,जोधपुर में 34.4 डिग्री अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।