
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जीतनराम मांझी ने टीवी-9 डिजिटल की बैठक में बातचीत के दौरान चिराग पासवान पर अपनी राय रखी है. उन्होंने कहा कि चिराग पासवान में मुख्यमंत्री बन सकते हैं. लेकिन अभी उन्हें इंतजार करना पड़ेगा. जब तक नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री हैं. इस दौरान मांझी ने अपने बेटे संतोष सुमन पर भी खुलकर बात की
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले टीवी-9 डिजिटल बैठक का मंच आज सूबे के गया में सजा हुआ है. इस मंच पर आज हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के मुखिया जीतनराम मांझी पहुंचे. इस दौरान उनसे पूछा गया कि चिराग बेहतर मुख्यमंत्री साबित हो सकते हैं या संतोष सुमन. इस सवाल पर जीतनराम मांझी ने कहा कि देखिए शहर सिखाये शहर कोतवाल
जब केदार पांडे मुख्यमंत्री हुए तो उन्हें कोई नहीं जानता था. हम उस समय कांग्रेस में थे. केदार पांडे ऐसे मुख्यमंत्री हुए कि आज भी उनका नाम है. उसी प्रकार से कुर्सी से व्यक्तित्व चमकता है. अगर व्यक्तित्व बेहतर हो. जहां संतोष और चिराग की बात है. मैं समझता हूं कि चिराग एक होनहार लड़का है. एक धनवान पिता का बेटा है. पढ़ा-लिखा है कि नहीं ये तो हम नहीं जानते. चिराग मुख्यमंत्री बन सकते हैं, लेकिन अभी नहीं. जब तक नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं
चिराग एनडीए के साथ हैं मिलकर लड़ेंगे चुनाव
जीतनराम मांझी ने कहा कि चिराग पासवान उनके बेटे के समान मानता हूं. उनके पिताजी हमारे दोस्त रहे हैं. उनमें थोड़ा लड़कपन और बचपना है. थोड़ा उलछकूद कर लेते हैं. लेकिन दिल के बहुत साफ हैं. जीतनराम मांझी ने चिराग पासवान पर आगे कहा कि चिराग पासवान पीएम मोदी के हनुमान हैं. चिराग की बात को भले ही आप इधर-उधर माने. लेकिन ये जान ले चिराग एनडीए के साथ हैं और एकजुट होकर 2025 का बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे
एक पिता और शुभचिंतक के तौर पर किसको मुख्यमंत्री देखना चाहते हैं
जीतनराम मांझी ने इस सवाल पर कहा कि आप ने बहुत अच्छा सवाल किया है. यहां पर वंशवाद की बात आती है. सभी नेताओं के पुत्र के साथ ही आपने उनके बड़े बेटे संतोष का भी नाम लिया है. जीतनराम मांझी ने कहा कि आप उसकी उसकी पढ़ाई के बारे में जानते हैं. संतोष एमए, पीएचडी और नेट किया हुआ है और काम जानते हैं
संतोष यूनीसेफ में प्रखंड से लेकर जिला लेवल तक काम करता था. साथ ही पोल पर चढ़कर स्टीकर भी छापता था. जब हम मंत्री बने तो संतोष ने कहा कि अब हम नौकरी नहीं करेंगे और पापा के साथ रहेंगे. इसके बाद संतोष उनके साथ करीब चार से पांच साल तक रहा. इसके बाद एमएलसी बना. अब ये बताइए क्या मेरे पुत्र के चलते उसने कामयाबी हासिल की या अपने कर्तव्य के चलते ये मुकाम हासिल किया है
लालू के पुत्र तेजस्वी ने कौन सा काम किया है
जीतनराम मांझी ने कहा कि लालूजी के पुत्र तेजस्वी ने आखिर कौन सा काम किया है. इसी तरह तेज प्रताप यादव, मीसा भारती और सिंगापुर से आने वाली बेटी ने कौन सा काम किया है. आखिर वो लोग कैसे और क्या काम करेंगे. मैंने एक ही बार कहा, चोर मचाए शोर. खुद गलत करते हैं और दूसरे को गलत बताते हैं. जहां बिहार के मुख्यमंत्री का सवाल है तो क्या गिल्ली डंडा खेलने वाला शख्स यहां का सीएम होगा. या फिर पढ़ा लिखा आदमी मुख्यमंत्री बनना चाहिए. जीतनराम मांझी ने आगे कहा कि जैसे नीतीश कुमार इंजीनियर हैं और सरकार चला रहे हैं. ये दुर्भाग्य होगा कि अगर गिल्ली डंडा खेलने वाले हाथों में बिहार की कुर्सी चली जाए