
नोएडा की DM मेधा रूपम ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से सभी नागरिकों और उनके पालतू पशुओं को तत्काल सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए. यमुना नदी में लगातार बढ़ते जलस्तर को देखते हुए गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है. मंगलवार को जिलाधिकारी मेधा रूपम ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों और राहत शिविरों का स्थलीय निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने नोएडा के सेक्टर-150 में पहुंचकर प्रभावित लोगों से मुलाकात की, उनके हालात का जायजा लिया और राहत कार्यों की समीक्षा की.
इस दौरान उन्होंने राहस शिविरों में लोगों के खाने-पीने और स्वास्थ्य को इस दौरान उन्होंने राहस शिविरों में लोगों के खाने-पीने और स्वास्थ्य को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए. साथ ही पशुओं के चारे के लिए समुचित व्यवस्था की बात कही है.
DMमेधा रूपम के निरीक्षण और निर्देश
निरीक्षण के दौरान DM मेधा रूपम ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से सभी नागरिकों और उनके पालतू पशुओं को तत्काल सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए. उन्होंने राहत शिविरों में स्वच्छ पेयजल, भोजन, चिकित्सा सुविधाएं, शौचालय, स्वच्छता, विद्युत आपूर्ति और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने पर जोर दिया.
DM ने कहा कि शरणालयों में सभी मूलभूत सुविधाएं अनिवार्य रूप से उपलब्ध होनी चाहिए ताकि प्रभावित लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो.
पशुओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान
जिलाधिकारी ने पालतू और अन्य पशुओं की सुरक्षा को भी प्राथमिकता दी. उन्होंने निर्देश दिए कि पशुओं को सुरक्षित ग्रीन बेल्ट में स्थानांतरित किया जाए और उनके लिए पर्याप्त चारा व सूखा स्थान उपलब्ध कराया जाए.ताकि वे स्वस्थ रह सकें.
राहत और बचाव कार्यों की प्रगति
DM मेधा रूपम ने बताया कि मंगलवार को 40 प्रभावित लोगों, जिनमें महिलाएं और बच्चे शामिल हैं, को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. साथ ही, पालतू पशुओं को भी सुरक्षित स्थलों पर ले जाया गया है. प्रशासन शासन के निर्देशानुसार सभी प्रभावित लोगों को मूलभूत सुविधाएं प्रदान करने के लिए कटिबद्ध है.
लगातार निगरानी जारी रहेगी
जिलाधिकारी ने राहत और बचाव कार्यों की निरंतर निगरानी के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जाए ताकि नागरिकों को किसी भी परेशानी का सामना न करना पड़े. प्रशासन का लक्ष्य हर प्रभावित व्यक्ति की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करना है.
निरीक्षण में मौजूद अधिकारी
निरीक्षण के दौरान एसीपी नोएडा, तहसीलदार सदर और अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे. उन्होंने राहत कार्यों में अपनी जिम्मेदारियों की समीक्षा की और DM के निर्देशों का पालन करने का आश्वासन दिया.