बहादुरगढ़ में बालाजी मंदिर तोड़ने के खिलाफ एकजुट हुए सामाजिक संगठन

बहादुरगढ़ में बालाजी मंदिर तोड़ने के खिलाफ सामाजिक संगठन एकजुट हो रहे हैं. डीटीपी विभाग ने कसार गांव के पास बन रहे इस मंदिर को अवैध बताकर पीला पंजा चलाया और निर्माणाधीन मंदिर को ध्वस्त कर दिया. इस कार्रवाई के खिलाफ शहर भर के सामाजिक संगठनों ने आवाज उठाई है

भारतीय जनता पार्टी के जिला कार्यकारी सदस्य और बहादुरगढ़ नगर परिषद का चुनाव हार चुके एक पार्षद पर मंदिर तुड़वाने का आरोप लगा है. इसके खिलाफ बहादुरगढ़ के सेक्टर 6 पुलिस स्टेशन में एक शिकायत भी दर्ज की गई है. डीटीपी विभाग ने अवैध कॉलोनी पर कार्रवाई करने के लिए मंदिर को तोड़ा. इस कॉलोनी के परिसर में बालाजी मंदिर का निर्माण किया जा रहा था. विभाग की टीम ने अवैध कॉलोनी के साथ-साथ निर्माणाधीन मंदिर की दीवारों और पिलरों को भी गिरा दिया, जिसके बाद यह मामला तूल पकड़ने लगा

बहादुरगढ़ के सामाजिक संगठनों ने डीटीपी विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. इसके साथ ही, उन्होंने बहादुरगढ़ के पूर्व पार्षद जसबीर सैनी के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की मांग की है. बहादुरगढ़ के सेक्टर 6 थाने में भाजपा नेता और सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता इकट्ठा हुए और मंदिर तोड़ने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. सामाजिक संगठनों ने इस मामले में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन बड़ौली को भी शिकायत सौंपी है

डीटीपी विभाग की टीम ने अवैध कॉलोनी पर कार्रवाई करते हुए मंदिर पर भी पीला पंजा चलाया है. वहीं, इस कार्रवाई के पीछे जसवीर सैनी का नाम सामने आने से मामला और भी जटिल हो गया है. अब देखना यह होगा कि प्रदेश सरकार इस मामले में आगे क्या कार्रवाई करती है

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