‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर लोकसभा में हंगामा; राज्यसभा में उठा एअर इंडिया हादसे का मुद्दा

संसद के मानसून सत्र की शुरुआत हो चुकी है और जैसा कि उम्मीद थी, सत्र की शुरुआत हंगामेदार रही। विपक्ष पहलगाम हमले, ऑपरेशन सिंदूर, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मध्यस्थता के दावों, बिहार में मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण, मणिपुर, चीन जैसे विषयों पर नारेबाजी कर सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है। 

राज्यसभा में उठा एअर इंडिया हादसे का मुद्दा
नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने एअर इंडिया दुर्घटना पर राज्यसभा को संबोधित किया।

लोकसभा में विपक्ष का जमकर हंगामा
लोकसभा में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। इस बीच संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार चर्चा के लिए तैयार है। सरकार विपक्ष के हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार है। विपक्षी नेता नारेबारी कर के सदन का वक्त बर्बाद न करें और चर्चा करें।

राज्यसभा की कार्यवाही भी स्थगित

विपक्ष के हंगामे के बाद राज्सभा की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी गई। 

खरगे ने उठाया ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम आतंकी हमले का मुद्दा

राज्यसभा में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ऑपरेशन सिंदूर, पहलगाम आतंकी हमले पर जवाब मांगा और साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा बार-बार भारत-पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता के दावे पर भी सरकार से स्थिति स्पष्ट करने की मांग की। 

लोकसभा की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित

विपक्ष के हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। लोकसभा में पहलगाम आतंकी हमले और एअर इंडिया विमान हादसे के मृतकों को श्रद्धांजलि भी दी गई। 

लोकसभा में हंगामा

सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। विपक्षी सांसद खड़े होकर नारेबाजी करने लगे। विपक्षी सांसद ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की मांग कर रहे हैं। वहीं लोकसभा अध्यक्ष का कहना है कि अभी प्रश्नकाल चल रहा है और प्रश्नकाल के बाद नियमों के तहत हर विषय पर चर्चा की जाएगी। लोकसभा अध्यक्ष ने विपक्षी सांसदों के व्यवहार के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि जिन सांसदों को नारेबाजी करनी है, वो सदन के बाहर जाएं। सदन नारेबाजी करने के लिए नहीं बल्कि चर्चा करने के लिए है। 

संसद की कार्यवाही शुरू

संसद के मानसून सत्र की कार्यवाही शुरू हो गई है। लोकसभा में दिवंगत पूर्व सांसदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। वहीं राज्यसभा में नए सांसदों को पद की शपथ दिलाई गई। 

सांसदों और राजनीतिक दलों से एकता का संदेश देने का आग्रह
संसद के मानसून सत्र से पहले पीएम मोदी ने कहा कि यह मानसून सत्र देश के लिए बेहद गौरवपूर्ण है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर भारत के कदम रखने और ऑपरेशन सिंदूर में उसके पराक्रम का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि इस दशक में शांति और प्रगति देखी गई, लाल गलियारा अब हरित विकास क्षेत्र में बदल रहा है। 2014 से पहले मुद्रास्फीति दर दहाई अंक में हुआ करती थी, अब यह लगभग दो प्रतिशत है। मुद्रास्फीति कम है और विकास दर ऊंची है। प्रधानमंत्री मोदी ने बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल के सांसदों और उनकी पार्टियों के विदेश दौरे की सराहना की और कहा कि उन्होंने सकारात्मक माहौल बनाया। प्रधानमंत्री मोदी ने सशस्त्र बलों के पराक्रम का बखान करते हुए सांसदों और विभिन्न दलों से एकता का संदेश देने का आग्रह किया।

22 मिनट में आतंकियों के ठिकानों को नेस्तेनाबूद कर दिया: पीएम मोदी
मानसून सत्र से पहले पीएम मोदी ने कहा कि पूरी दुनिया ने भारत की सैन्य शक्ति का, भारत के सैन्य के सामर्थ्य का रूप देखा है। भारत की सेना ने जो लक्ष्य निर्धारित किया था, वह 100 फीसदी हासिल किया। दुश्मन के घर में घुसकर 22 मिनट में आतंकियों के ठिकानों को नेस्तेनाबूद कर दिया। बिहार के कार्यक्रम के दौरान जो घोषणा की थी, बहुत ही कम समय में सेना वो कर के दिखा दिया। मेक इन इंडिया की ताकत पूरी दुनिया ने देखी है। जब भी मैं विदेश में साथियों से मिलता हूं तो उसकी तारीफ होती है। जब सदन इस विजयोत्सव को एक स्वर में विजय के भाव से इस सत्र के दौरान उस भावना को प्रकट करेगा, तो भारत की सैन्य शक्ति को बल मिलेगा। देश को प्रेरणा मिलेगी और सैन्य क्षेत्र में जो काम हो रहा है, उसे भी बल मिलेगा। मेक इन इंडिया को बल मिलेगा। नौजवानों के लिए रोजगार के अवसर खोलेगा।

मानसून सत्र नवीनता का प्रतीक: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मानसून सत्र में आप सभी का स्वागत है। मानसून सत्र नवीनता का प्रतीक है। अब तक जो खबरें हैं, देश में मौसम बहुत ही अच्छे ढंग से आगे बढ़ रहा है। कृषि को लाभदायक मौसम की खबरें हैं। बारिश देश और ग्रामीण, हर परिवार की अर्थव्यवस्था के लिए अहम है। अब तक की जानकारी के मुताबिक, पिछले 10 वर्ष के मुकाबले इस बार का पानी भंडार तीन गुना बढ़ा है। यह सत्र राष्ट्र के लिए गौरवपूर्ण सत्र है। यह सत्र देश के लिए अपने आप में विजयोत्सव है। जब हम कह रहे हैं कि सत्र राष्ट्र गौरव और विजयोत्सव का सत्र है तो सबसे पहले तो मैं पहली बार इंटनेशनल स्पेस स्टेशन पर भारत का तिरंगा झंडा लहराना, हर देशवासी के लिए गौरव का पल है। देश में विज्ञान के प्रति इनोवेशन के प्रति नया उमंग और उत्साह भरने वाली सफल यात्रा रही है। सांसद, दोनों सदन, हर देशवासी जिस गौरव का अनुभव कर रहे हैं, उसमें एक स्वर से यशगान होगा, जो भारत को अंतरिक्ष में पहुंचाने का जो भावी कार्यक्रम है, उसका प्रेरक बनेगा।

मानसून सत्र नवीनता का प्रतीक: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मानसून सत्र में आप सभी का स्वागत है। मानसून सत्र नवीनता का प्रतीक है। अब तक जो खबरें हैं, देश में मौसम बहुत ही अच्छे ढंग से आगे बढ़ रहा है। कृषि को लाभदायक मौसम की खबरें हैं। बारिश देश और ग्रामीण, हर परिवार की अर्थव्यवस्था के लिए अहम है। अब तक की जानकारी के मुताबिक, पिछले 10 वर्ष के मुकाबले इस बार का पानी भंडार तीन गुना बढ़ा है। यह सत्र राष्ट्र के लिए गौरवपूर्ण सत्र है। यह सत्र देश के लिए अपने आप में विजयोत्सव है। जब हम कह रहे हैं कि सत्र राष्ट्र गौरव और विजयोत्सव का सत्र है तो सबसे पहले तो मैं पहली बार इंटनेशनल स्पेस स्टेशन पर भारत का तिरंगा झंडा लहराना, हर देशवासी के लिए गौरव का पल है। देश में विज्ञान के प्रति इनोवेशन के प्रति नया उमंग और उत्साह भरने वाली सफल यात्रा रही है। सांसद, दोनों सदन, हर देशवासी जिस गौरव का अनुभव कर रहे हैं, उसमें एक स्वर से यशगान होगा, जो भारत को अंतरिक्ष में पहुंचाने का जो भावी कार्यक्रम है, उसका प्रेरक बनेगा।

ओम बिरला, जेपी नड्डा संसद भवन पहुंचे
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय मंत्री और सदन के नेता (राज्यसभा) जेपी नड्डा संसद पहुंचे।

हवाई दुर्घटना का मुद्दा भी उठेगा
डीएमके सांसद टीआर बालू ने कहा कि हम पहलगाम हमले का मुद्दा जरूर उठाएंगे। यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। हम हवाई दुर्घटना का मुद्दा भी उठाएंगे। प्रधानमंत्री को सदन में आकर बताना चाहिए कि क्या हुआ था।

Arylick farm to right and Elrig Loch in the background. Faecalibacterium prausnitzii and human intestinal health. The Procedure Decree provides that applications for international protection are made on the territory, including at the border and in transit zones, and in the territorial waters by non-EU citizens.

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