मानसून का कहर: उत्तराखंड में 90% तक घटी चार धाम यात्रा, केदारनाथ मार्ग भी बाधित

Dehradun News: में मानसून के सक्रिय होते ही चार धाम यात्रा की रफ्तार जैसे मानव थम सी गई है. पिछले एक सप्ताह में केदारनाथ में प्रतिदिन दर्शन करने वालों की संख्या में काफी कमी दर्ज की गई है.
उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश और मौसम की करने चार धाम यात्रा पर बड़ा असर दिखाया है. चार धाम यात्रा पहले के मुकाबले लगभग 90 फ़ीसदी तक काम हो गई है. रुद्रप्रयाग गौरीकुंड हाईवे गौरीकुंड केदारनाथ पैदल मार्ग बाधित होने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

उत्तराखंड में मानसून के सक्रिय होते ही चार धाम यात्रा की रफ्तार जैसे मानव थम सी गई है. पिछले एक सप्ताह में केदारनाथ में प्रतिदिन दर्शन करने वालों की संख्या में काफी कमी दर्ज की गई है. यात्रा कम होने से और यात्रियों की संख्या में लगातार गिरावट होने से केदार घाटी के बाजारों में पड़ाव और केदारपुर में व्यावसायिक गतिविधियां भी व्यापारिक रूप से प्रभावित हो गई है.

जून में कम पहुंचे श्रद्धालू

इस वर्ष मई माह में केदारनाथ धाम में लगभग 696934 श्रद्धालु पहुंचे थे, वही जून महीने में 6 लाख 18000 से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए. मानसून के सक्रिय होने के साथ रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे और गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग लगातार भूस्खलन होने से बार-बार बंद हो रहा है. जिससे यहां आने वाले यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इससे यात्रा भी प्रभावित हो रही है.

कारोबार भी प्रभावित

जुलाई के महीने में 9 दिनों के दौरान 27280 श्रद्धालु ही केदारनाथ पहुंच पाए हैं, दूसरी तरफ यात्रा की रफ्तार थमने से कारोबार पर भी असर पड़ा है. केदारनाथ धाम में यात्रियों की संख्या लगातार कम होने से लोगों के कारोबार पर भी खासा असर दिखाई दे रहा है. कई होटलों की बुकिंग रद्द हुई है. वहीं अगर प्रतिदिन दर्शन करने वाला यात्रियों की बात करें तो अब मात्र डेढ़ से 2 हजार केदारनाथ धाम पहुंच रहे हैं.

वही बात करें बद्रीनाथ धाम में इस साल होटल व्यवसाय में गिरावट दर्ज की गई है. पिछले साल के मुकाबले इस साल 15 से 20% तक होटल की बुकिंग कम हुई है. होटल व्यापारी इसके लिए दुर्घटनाओं को कारण मान रहे हैं. बद्रीनाथ धाम की यात्रा इस साल 4 मई  को शुरू हुई, वर्तमान तक धाम में 11 लाख 40000 से अधिक तीर्थ यात्रियों ने दर्शन किए हैं. श्रद्धालुओं की संख्या पर्याप्त होने के बावजूद होटल व्यवसाय में गिरावट आई है. होटल व्यवसाईयों का कहना कि इस बार पिछले साल के मुकाबले 15 से 20% तक होटल बुकिंग कम हुई है.

भारत-पाकिस्तान तनाव भी बड़ी वजह

बद्रीनाथ होटल एसोसिएशन के मीडिया प्रभारी राम नारायण भंडारी का कहना है कि पिछले साल की तुलना में इस बार कारोबार कम होने के पीछे के कारण है, एक तो ऑनलाइन पंजीकरण, दूसरा यात्रा के दौरान भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के चलते काफी संख्या में होटल की बुकिंग कैंसिल हुई है.

वहीं कुछ होटल व्यवसाईयों का कहना है कि 15 जून के बाद से होटल की बुकिंग में लगभग 50% की गिरावट आई है. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और केदारनाथ में हुई हेली दुर्घटनाओं ने समृद्ध तबके के लोग इस बार यात्रा पर काम आए, जिसके चलते होटल की बुकिंग में काफी गिरावट आई है..

बारिश और लैंडस्लाइड से भी यात्री नहीं आ रहे

इस बार लगातार हो रही बरसात के कारण जगह रास्ते बंद है. बार-बार लैंडस्लाइड हो रहा है. कई जगहों पर देखा गया कि यात्री फंसे हुए पाए गए. इससे भी यात्रा पर काफी असर पड़ा है. बात करें बीते रोज की तो बद्रीनाथ में इस 17 94 श्रद्धालु कल धाम में दर्शन करने पहुंचे. अब तक इस यात्रा के दौरान 11 लाख 45 हजार 510 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. हेमकुंड साहिब में बृहस्पतिवार को 534 श्रद्धालु पहुंचे. यहां अब तक 2 लाख 9073 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं.

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