
प्रदेश के जिला मुख्यालयों पर पुस्तकालय स्थापना की योजना पर काम पूरा होने में लंबा समय लगेगा। प्रदेश के 22 में से तीन शहरों में पुस्तकालय स्थापित करने के लिए एनओसी (अनापत्ति प्रमाण-पत्र) का इंतजार है। 12 शहरों में अप्रैल से मई तक खास प्रगति नहीं हो सकी। वहीं, पांच अन्य शहरों में टेंडर, जमीन हस्तांतरण और डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार होने का इंतजार है।
प्रदेश सरकार ने बजट 2024-25 में प्रत्येक जिला मुख्यालय पर एक सार्वजनिक पुस्तकालय स्थापित करने की घोषणा की थी। योजना पर काम कराने के लिए सभी नगर निगमों के साथ ही नगर परिषदों या नगर पालिकाओं को मिलकर काम कराना था। जिला मुख्यालयों पर जमीन की उपलब्धता के आधार पर पुस्तकालय की स्थापना होनी है। प्रत्येक पुस्तकालय की क्षमता के अनुसार बजट भी निकाय विभाग देगा। योजना का यही उद्देश्य था कि प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बढ़ती प्रतिस्पर्धा की तैयारियों के लिए युवाओं को अनुकूल माहाैल दिया जा सके।
निकाय विभाग ने की थी समीक्षा
शहरी स्थानीय निकाय विभाग ने जिला मुख्यालयों पर स्थापित होने वाले पुस्तकालयों की योजना की समीक्षा की गई थी। निकाय विभाग के 23 मई 2025 के ब्योरे के अनुसार, जींद जिले की बात करें तो पुस्तकालय स्थापना के लिए हिंदी कन्या महाविद्यालय व रेडक्राॅस से एनओसी (अनापत्ति प्रमाण-पत्र) मांगा है। नूंह में पुस्तकालय स्थापना के लिए जमीन को लेकर सरकार से एनओसी मिलने का इंतजार है। पंचकूला में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) ने एनओसी देना है। अंबाला में 3250 स्क्वायर यार्ड क्षेत्रफल में श्री गुरु गोविंद सिंह पुस्तकालय का विस्तार होना है, यहां टेंडर की प्रक्रिया दोबारा से होगी। फरीदाबाद में दो पुस्तकालय स्थापित करने का प्रस्ताव तैयार हुआ है, यहां 4840 स्क्वायर यार्ड में नया पुस्तकालय स्थापित होगा। फरीदाबाद में 5808 स्क्वायर यार्ड क्षेत्रफल में पुस्तकालय का विस्तार होगा, फिलहाल दोनों ही पुस्तकालयों के निर्माण के लिए सलाहकार नियुक्त करने की कार्रवाई होनी है।
इन शहरों में भी नहीं हो सकी खास प्रगति
फतेहाबाद में भी कार्य पूरा होने में समय लगेगा। यहां 2238 स्क्वायर यार्ड में नए पुस्तकालय के लिए डीपीआर तैयार नहीं है। कैथल में जवाहर पार्क में 3066 स्क्वायर यार्ड के नए पुस्तकालय के लिए प्रशासनिक मंजूरी का इंतजार है। करनाल में तकनीकी मंजूरी मिलना शेष है, डीपीआर भी तैयार नहीं हुई। नारनाैल, पानीपत, रेवाड़ी में भी इसी तरह के काम लंबित हैं। सिरसा, रोहतक, हिसार, गुरुग्राम, चरखी दादरी, यमुनानगर में भी काम होना बाकी है। निकाय विभाग के अनुसार, सोनीपत में पांच पुस्तकालय निर्मित होने हैं या फिर विस्तार होगा, लेकिन निगम क्षेत्र के देवरू गांव के पुस्तकालय पर 50 प्रतिशत काम हो सका है।
सरकार के आदेश पर स्मार्ट लाइब्रेरी के निर्माण की योजना पर काम शुरू हो गया है। योजना के कार्य में कोई देरी नहीं है। संबंधित योजना को लेकर प्रति माह समीक्षा भी की जा रही है, जिसमें किस जिले में योजना को लेकर क्या प्रगति है, यह देखा जाता है।