पंजाब में बढ़ीं मान सरकार की मुश्किलें, पार्टी कार्यकर्ताओं ने ही खोल दिया मोर्चा

पंजाब के पटियाला में आम आदमी पार्टी (AAP) की महिला विंग की प्रमुख प्रीति मल्होत्रा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने अपनी ही सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. यह प्रदर्शन उन कार्यकर्ताओं के समर्थन में किया गया, जिन्हें नजरअंदाज कर दिया गया और चापलूस लोगों को आगे बढ़ाया गया. प्रदर्शन के दौरान प्रीति मल्होत्रा ने कहा,’हमें बहुत दुख के साथ अपनी ही सरकार के खिलाफ धरना देना पड़ रहा है. हमने पार्टी बनने के समय ही आगाह किया था कि असली कार्यकर्ताओं की अनदेखी न की जाए, लेकिन पार्टी में चापलूसों को ऊंचे पद दे दिए गए और सच्चे कार्यकर्ता दरकिनार कर दिए गए’

उन्होंने पार्टी नेतृत्व पर आरोप लगाया कि दिल्ली से आए नेताओं को पंजाब में चेयरमैन और उच्च पद दे दिए गए, जबकि पंजाब के जमीनी कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज किया गया. उन्होंने कहा कि पार्टी में हाल ही में शामिल हुए नेताओं को भी बिना अनुभव के बड़ी जिम्मेदारियां दे दी गईं. प्रदर्शनकारियों की एक प्रमुख मांग थी कि पंजाब से राज्यसभा के लिए केवल पंजाबी नेताओं को ही भेजा जाए

पंजाबियों के साथ अन्याय

प्रीति मल्होत्रा ने चेतावनी दी,’अगर खबरें सच हैं कि अरविंद केजरीवाल को पंजाब से राज्यसभा भेजा जाएगा, तो हम इसका कड़ा विरोध करेंगे. यह पंजाब और पंजाबियों के साथ अन्याय है.’ उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान से भी अपील की कि वे अपने पुराने और निष्ठावान कार्यकर्ताओं के साथ खड़े हों. उन्होंने कहा,’जो कार्यकर्ता 2017 में आपके लिए खड़े थे, वही आपको 2027 में भी जिताएंगे. अगर आप उनके हक में खड़े रहेंगे’

‘पार्टी का विरोध नहीं हक की आवाज’

प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने ‘दिल्ली भगाओ, पंजाबी लाओ’ जैसे नारे लगाए और कहा कि वे कोई चापलूसी नहीं करेंगे, बल्कि जमीर के साथ खड़े रहेंगे. प्रीति मल्होत्रा ने साफ किया कि अगर पार्टी उन्हें सस्पेंड करती है या बाहर निकालती है, तो भी वे पीछे नहीं हटेंगी. उन्होंने कहा,’हम कार्यकर्ताओं और पंजाबियों का हक मांगते रहेंगे. यह कोई पार्टी विरोधी गतिविधि नहीं, बल्कि हक की आवाज है’

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