
दिल्ली कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई के मसले पर हम सरकार के साथ खड़े हैं, लेकिन यह भी जानना जरूरी है कि इतनी बड़ी चूक कैसे हुई? जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में जान गंवाने वाले निर्दोष लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए कांग्रेस पार्टी की ओर से शुक्रवार (25 अप्रैल) को कैंडल मार्च निकाला गया. यह मार्च 24 अकबर रोड से गांधी स्मृति तक निकाला गया, जिसमें कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए.दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने मार्च का नेतृत्व करते हुए कहा, “हम नफरत छोड़ो, भारत जोड़ो के संदेश के साथ आगे बढ़ रहे हैं. हमारा देश अखंड रहे. हम सभी भारतीय एकजुट रहें. बाहरी ताकतों के खिलाफ हमें एकजुट होकर लड़ना होगा. पाकिस्तान लगातार आतंकियों को ट्रेन कर ऐसे हमलों को अंजाम देता रहा है.“
उन्होंने आगे कहा, “इंटरनेशनल कम्युनिटी को इस पर कड़ा रुख अपनाना चाहिए. पाकिस्तान को साफ संदेश देना चाहिए कि आतंकवाद के लिए दुनिया में कोई जगह नहीं.“
उदित राज ने उठाए सवाल
कांग्रेस नेता उदित राज ने भी इस कैंडल मार्च में भाग लिया और कहा, “हम सरकार के साथ खड़े हैं, लेकिन यह भी जानना जरूरी है कि इतनी बड़ी चूक कैसे हुई? जब सारी एजेंसियां और लोकल पुलिस गृहमंत्री अमित शाह के अधीन हैं, तो डेढ़ घंटे तक मेडिकल सहायता क्यों नहीं पहुंच पाई?”
वक्फ संशोधन को लेकर सरकार के रवैये पर उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, “राम मंदिर बोर्ड, तिरुपति एक्ट या काशी विश्वनाथ एक्ट में क्या गैर-हिंदुओं को जगह दी जाएगी? जब देश को एकजुट होने की जरूरत है, तब यह सरकार एक समुदाय के खिलाफ काम करने में लगी है. सुप्रीम कोर्ट की अवमानना हो रही है. वक्फ संशोधन विधेयक गलत है और धर्म के नाम पर राजनीति बंद होनी चाहिए.”
आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता- मुमताज
कांग्रेस नेत्री मुमताज पटेल ने भी मार्च में हिस्सा लिया और कहा,“मुसीबत की इस घड़ी में पूरा देश एक साथ खड़ा है. यह घटना बहुत शॉकिंग है और धर्म के नाम पर हुई चूक पर गहराई से विचार किया जाना चाहिए. ताकि भविष्य में दोबारा ऐसा न हो. सरकार जो भी ठोस कदम उठाएगी, हम उसका समर्थन करेंगे. आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता, और आम समाज को धर्म के नाम पर नहीं बंटना चाहिए.”
‘देश की अखंड से समझौता नहीं’
कैंडल मार्च के माध्यम से कांग्रेस नेताओं ने न केवल शहीदों को श्रद्धांजलि दी बल्कि यह संदेश भी दिया कि देशवासी आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हैं और देश की एकता के लिए साथ खड़े हैं. देश की अखंडता से कोई समझौता नहीं.