अटल पेंशन योजना में उत्तर प्रदेश नंबर वन, 1.20 करोड़ से ज्यादा लोगों ने कराया नामांकन

अटल पेंशन योजना उन लोगों के लिए है जो अनौपचारिक या असंगठित क्षेत्रों में काम करते हैं और जिनके पास बुढ़ापे में आमदनी का कोई ठोस साधन नहीं होता. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश न केवल विकास के रास्ते पर तेज़ी से आगे बढ़ रहा है, बल्कि गरीबों और असंगठित क्षेत्र के मजदूरों की सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में भी मिसाल कायम कर रहा है. इसी कड़ी में राज्य ने अटल पेंशन योजना (APY) में पूरे देश में पहला स्थान हासिल किया है. अब तक यूपी में 1 करोड़ 20 लाख से अधिक लोगों का नामांकन हो चुका है, जो देश में सबसे ज्यादा है.

अटल पेंशन योजना उन लोगों के लिए है जो अनौपचारिक या असंगठित क्षेत्रों में काम करते हैं और जिनके पास बुढ़ापे में आमदनी का कोई ठोस साधन नहीं होता. इस योजना में नाम लिखाने पर 60 साल की उम्र के बाद हर महीने 1000 से लेकर 5000 रुपये तक पेंशन मिलती है. यह पैसा सीधे खाते में आता है और इसमें पति-पत्नी दोनों को लाभ मिलता है.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को जमीन पर उतारते हुए सीएम योगी ने इस योजना को हर जरूरतमंद तक पहुंचाने की ठान ली. बैंक, पोस्ट ऑफिस और सरकारी मशीनरी को एक साथ जोड़ते हुए पूरे प्रदेश में जागरूकता अभियान चलाया गया. गांव-गांव, शहर-शहर लोगों को बताया गया कि बुजुर्गों का भविष्य सुरक्षित करना क्यों जरूरी है.इसके परिणाम भी शानदार रहे, बीते वित्तीय वर्ष 2023-24 में उत्तर प्रदेश ने जहां 15.83 लाख नामांकन का लक्ष्य तय किया था. वहीं 21.49 लाख नामांकन कर इसे पार भी कर लिया. इस उपलब्धि पर प्रदेश की राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी (SLBC) को ‘अवार्ड ऑफ अल्टीमेट लीडरशिप’ से नवाजा गया है.

कौन-कौन से जिले रहे सबसे आगे

नामांकन कराने के मामले में प्रयागराज, लखनऊ, बरेली, फतेहपुर और कानपुर नगर जैसे जिले सबसे आगे रहे. वहीं बैंकिंग सेक्टर में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा और इंडियन बैंक ने सर्वाधिक नामांकन किए.

क्या है अटल पेंशन योजना

यह योजना साल 2015 में शुरू की गई थी. इसमें 18 से 40 साल की उम्र के भारतीय नागरिक जुड़ सकते हैं. जो जितनी जल्दी इस योजना से जुड़ता है, उसे उतना ही कम पैसा जमा करना पड़ता है. पैसा हर महीने, तीन महीने या छह महीने में जमा किया जा सकता है. यह पैसा बैंक से अपने-आप कटता है. अगर नाम लिखवाने वाले की मौत हो जाए तो पेंशन उसकी पत्नी को मिलती है और दोनों के न रहने पर जमा राशि उनके परिवार के नामित सदस्य को दी जाती है.

सीएम योगी की सोच से गरीबों को मिला भरोसा

सीएम योगी आदित्यनाथ ने यह साफ कर दिया है कि उनकी सरकार सिर्फ विकास नहीं, बल्कि हर गरीब की चिंता भी करती है. अटल पेंशन योजना जैसे प्रयास गरीब, मजदूर और छोटे व्यापारियों को आत्मनिर्भर बना रहे हैं. यह योजना अब उत्तर प्रदेश के गांव और गली-गली में एक नई उम्मीद बन चुकी है.

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