
हीट एक्शन प्लान के तहत मजदूरों और फील्ड पर काम करने वालों पर दिल्ली सरकार के विशेष ध्यान दिया है. सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि भीषण गर्मी से निपटने के लिए हमारी पूरी तैयारी है. दिल्ली सरकार ने राजधानी में बढ़ती गर्मी और हीटवेव के खतरे को देखते हुए हीट एक्शन प्लान 2025 लॉन्च कर दिया है. यह योजना राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA), काउंसिल ऑन एनर्जी, एनवायरनमेंट एंड वॉटर (CEEW) और संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) के सहयोग से तैयार की गई है.
यह प्लान राजधानी को लू से बचाने के लिए बहुआयामी रणनीति पर आधारित है, जिसमें समय रहते चेतावनी देने की प्रणाली, जागरूकता फैलाना और ढांचागत सुधार शामिल हैं. प्लान के तहत भारत के मौसम विज्ञान विभाग (IMD) द्वारा पीला, नारंगी और लाल अलर्ट जारी किए जाएंगे.
सोशल मीडिया के जरिए पहुंचाएंगे जानकारी
साथ ही, सोशल मीडिया और स्थानीय नेटवर्क के जरिए लोगों तक तत्काल जानकारी पहुंचाई जाएगी. इसके अलावा प्लान के तहत कमजोर वर्गों की सुरक्षा के लिए विशेष कदम उठाए जाएंगे झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले, बुज़ुर्ग, बच्चे और बाहरी काम करने वाले मजदूरों के लिए कूलिंग सेंटर और जल वितरण केंद्र बनाए जाएंगे और गर्भवती महिलाओं और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए विशेष प्रबंध किए जाएंगे.
अस्पतालों में बनेंगे हीट स्ट्रोक वार्ड
प्लान के तहत कूल रूफ और ग्रीन रूफ को निम्न-आय वर्गों की बस्तियों और सार्वजनिक इमारतों में बढ़ावा दिया जाएगा और बस स्टॉप, ट्रैफिक सिग्नल और भीड़भाड़ वाले इलाकों में वॉटर मिस्ट सिस्टम लगाए जाएंगे. सरकारी अस्पतालों में हीट स्ट्रोक वार्ड बनाए जाएंगेए और डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ को आपातकालीन उपचार और ठंडा करने की तकनीकों पर प्रशिक्षित किया जाएगा. इसके अलावा जन जागरूकता अभियान भी दिल्ली सरकार चलाएगी और हिंदी, अंग्रेज़ी और अन्य स्थानीय भाषाओं में पोस्टर, पंफलेट और रेडियो जिंगल्स के माध्यम से लू से बचाव के उपायों की जानकारी दी जाएगी साथ ही आशा वर्कर, आरडब्ल्यूए और एनजीओ की मदद से समुदाय स्तर पर जागरूकता बढ़ाई जाएगी.
फील्ड में काम करने वालों पर खास ध्यान
हीट एक्शन प्लान के तहत मज़दूरों और फील्ड पर काम करने वालों की सुरक्षा पर दिल्ली सरकार के विशेष ध्यान दिया है. प्लान के मुताबिक निर्माण मज़दूरों, ट्रैफिक पुलिस और रेहड़ी-पटरी वालों के काम के घंटे बदले जाएंगे, ताकि दोपहर 12 बजे से 4 बजे के बीच की चरम गर्मी से बचा जा सके.
बस अड्डों पर होंगे ऐसे इंतजाम
साथ ही काम की जगहों पर छायादार स्थान और पीने का पानी अनिवार्य किया गया है. प्लान में बताया गया है कि दिल्ली सरकार विवेकानंद बस टर्मिनल, आनंद विहार बस टर्मिनल, महाराणा प्रताप बस टर्मिनल और दिल्ली सचिवालय में कूल रूफ तकनीक का प्रयोग करने जा रही है, ताकि इमारतों के अंदर का तापमान कम हो सके और आम लोगों को राहत मिले. उन्होंने कहा कि यह एक्शन प्लान प्रधानमंत्री के विजन की दिशा में एक अहम कदम है. सभी लोगों से आग्रह किया गया है कि वह ‘सचेत ऐप’ डाउनलोड करें जिससे आपदा की प्रारंभिक चेतावनी (Early Warning) मिल सके. NDMA अधिकारी ने बताया कि आज का कार्यक्रम हीटवेव से पहले हो रहा है ताकि पहले से तैयारी सुनिश्चित की जा सके. अब तक देश के 23 राज्यों के हीट एक्शन प्लान तैयार हो चुके हैं और 250 जिले इस पर काम कर रहे हैं. NDMA का लक्ष्य है कि अगले साल तक हर जिले का हीट एक्शन प्लान बन जाए.
‘अस्पतालों को भी दिए आदेश’
हीटवेव एक्शन प्लान को लागू करते हुए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर पंकज सिंह ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में दिल्ली में हीटवेव की स्थिति देखी गई है और ऐसे में हीट एक्शन प्लान किसी भी आपदा से निपटने के लिए एक प्रभावी योजना है. उन्होंने कहा कि प्लान के तहत दिल्ली के सभी अस्पतालों को आदेश दिया गया है कि हीटवेव से प्रभावित लोगों के इलाज की व्यवस्था की जाए और हीटवेव के लिए विशेष वार्ड बनाए जाएं. इसके अलावा आईसीयू तक में ऐसे मरीजों के इलाज की व्यवस्था की जाएगी.
उन्होंने बताया कि सभी एम्बुलेंस चालकों को निर्देश दिया गया है कि एम्बुलेंस में ठंडा पानी और आइस पैक रखें. साथ ही उन्होंने बताया कि हीटवेव से पीड़ित कोई भी व्यक्ति मुफ्त इलाज के लिए 102 नंबर पर कॉल कर सकता है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में अक्सर सुनने को मिलता है कि पानी की कमी है या पड़ोसी राज्यों से पानी नहीं मिलता, लेकिन यह बात सही नहीं है. पानी ठीक से मिलता है लेकिन पहले उसकी बर्बादी और चोरी होती थी. उन्होंने बताया कि अब दिल्ली सरकार ने पानी के टैंकरों में जीपीएस लगवा दिए हैं और जल्द ही सेंसर भी लगाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि गर्मी से बचने के लिए सबसे ज़रूरी चीज़ है पानी और वह केवल मनुष्यों के लिए नहीं बल्कि पशु-पक्षियों के लिए भी ज़रूरी है. उन्होंने दिल्लीवासियों से आग्रह किया कि वे अपने घरों में पशु-पक्षियों के लिए पानी जरूर रखें.
‘सड़कों पर लगाएंगे वाटर’
प्रवेश वर्मा ने यह भी बताया कि दिल्ली सरकार अब पीडब्ल्यूडी की सभी सड़कों पर वाटर एटीएम लगाएगी और दिल्ली के सभी सरकारी स्कूलों व इमारतों में प्याऊ लगाए जाएंगे जिनमें आरओ का पानी और ठंडा पानी मिलेगा. उन्होंने कहा कि जैसे प्रधानमंत्री ने साबरमती रिवर फ्रंट बनाया था वैसे ही दिल्ली में यमुना नदी के किनारे रिवर फ्रंट बनाया जा रहा है.
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि पूरे देश में अब तक का सबसे ज़्यादा 52.9 डिग्री सेल्सियस तापमान दिल्ली में रिकॉर्ड किया गया है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में बारिश में जलभराव होता है, सर्दियों में प्रदूषण होता है और गर्मियों में हीटवेव. ऐसे में दिल्लीवाले मौसम को कब एंजॉय करें?
लगाएंगे 3 हजार वाटर कूलर
उन्होंने दिल्लीवासियों से वादा किया कि अगले साल से दिल्ली के लोग हर मौसम का आनंद ले सकेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर पूरे भारत में सबसे ज्यादा गर्मी दिल्ली में है तो सबसे ज्यादा तैयारी भी दिल्ली में होनी चाहिए. एनडीएमए ने एक विस्तृत प्लान दिया है और उसे लागू किया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि दिल्ली सरकार तीन हजार वाटर कूलर लगाएगी. एक हज़ार वाटर कूलर सड़क पर, एक हज़ार सरकारी इमारतों में और एक हज़ार दूर-दराज़ के इलाकों में. उन्होंने कहा कि जिन रास्तों से लोग चलते हैं वहां छांव की जरूरत होती है, इसलिए सरकार कूलिंग शेल्टर लगाएगी और बस स्टॉप को भी बेहतर बनाएगी.
छात्रों को हीटवेव से बचाव के लिए किया जाएगा प्रशिक्षित
साथ ही दिल्ली के 5,500 से ज्यादा स्कूलों के 14 लाख से अधिक छात्रों को आपदा प्रबंधन और हीटवेव से बचाव के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा और जागरूक किया जाएगा. यह पहल हीट एक्शन प्लान 2025 के तहत की जा रही है ताकि बच्चे न केवल खुद सुरक्षित रहें, बल्कि अपने परिवार और समुदाय को भी समय रहते सतर्क कर सकें.