
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा सरकार ने किसानों के हित में बड़ा फैसला लेते हुए रबी फसलों के प्रति एकड़ औसत उत्पादन की सीमा में बढ़ोतरी की है। इससे किसानों को प्रति एकड़ ज्यादा पैदावार होने से फसल बेचने में परेशानी नहीं होगी। इसके अलावा, जौ की फसल उत्पादन सीमा 15 क्विंटल से बढ़ाकर 16 क्विंटल प्रति एकड़ की गई है। वहीं, चने का औसत उत्पादन सीमा 5 क्विंटल से बढ़ाकर 6 क्विंटल प्रति एकड़ किया गया है।
मसूर फसल की उत्पादन सीमा तय
सूरजमुखी का उत्पादन सीमा 8 क्विंटल से बढ़ाकर 9 क्विंटल प्रति एकड़ और गर्मी में पैदा होने वाली मूंग की फसल का औसत उत्पादन सीमा बढ़ाते हुए 3 क्विंटल से 4 क्विंटल प्रति एकड़ किया गया है। मसूर का औसत उत्पादन, जो अभी तक फिक्स नहीं था, उसे प्रति एकड़ 4 क्विंटल तय किया गया है।
किसानों को मिलेगा लाभ
हरियाणा सरकार का यह फैसला रबी विपणन सीजन 2025-26 से प्रभावी रहेगा। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस फैसले को मंजूरी दे दी है, जिससे राज्य के किसानों को सीधा लाभ मिलेगा और उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
किसान कर रहे थे मांग
हरियाणा के किसान कई सालों से सरकार से यह मांग कर रहे थे। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने 9 जनवरी को चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में पहुंचकर किसानों के साथ प्री बजट पर चर्चा की थी। इस दौरान कई किसानों ने अपनी-अपनी कई समस्याएं बताई थीं, जिसके बाद मुख्यमंत्री नायब सैनी ने किसानों को दिलासा दिया था कि वह जल्द ही उनकी परेशानियों को दूर करेंगे। इसके अलावा सीएम ने यह भी कहा था कि वह बजट में किसानों के लिए स्पेशल पैकेज भी रखेंगे।