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किसानों के हित में लिए फैसलों को लेकर किसानों ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का आभार माना। सीएम ने घोषणा की किसानों को पांच रुपए में बिजली का स्थाई कनेक्शन मिलेगा।
मध्यप्रदेश के किसानों के हक में लिए गए फैसलों को लेकर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का आभार व्यक्त किया गया। रविवार दोपहर को सीएम हाउस में समत्व भवन में किसान आभार सम्मेलन हुआ। कार्यक्रम में प्रदेश के अलग-अलग जिलों से पहुंचें किसानों ने सरकार की विभिन्न किसान हितैषी नीतियों, निर्णयों और योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया। वहीं सीएम डॉ मोहन यादव ने घोषणा की कि अब 5 रुपए में किसानों को बिजली का स्थाई कनेक्शन मिलेगा उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारियों को इसके लिए व्यवस्था करने और तत्काल लागू करने के लिए निर्देशित किया। साथ ही सीएम ने कहा कि तीन साल में 30 लाख सोलर पंप किसानों को देंगे और किसानों से सरकार बिजली खरीदेगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हर साल 10 लाख किसानों को सोलर पंप दिए जाएं। उन्होंने कहा कि तीन साल में सभी तक पहुंचाने का लक्ष्य है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 24 घंटे किसानों को बिजली मुहैया रहेगी। उन्होंने कहा कि “किसान अन्नदाता और जीवनदाता हैं। किसान की हर समस्या का हल है। इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना की और कहा कि “पूरा विश्व श्रद्धा से पीएम मोदी की ओर देख रहा है। डॉ. मोहन यादव ने अपने बयान में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सरकार पर आरोप लगाया कि जब उन्होंने गांवों के विकास को नजरअंदाज किया। उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह की सरकार में यह बेशर्मी से कहा जाता था कि गांवों में सड़कों की क्या जरूरत है। इन्होंने कभी गांव नहीं देखा, जबकि भारत को समझने के लिए गांव देखना जरूरी है। .
सीएम यादव ने इस बात पर जोर दिया कि किसानों की समृद्धि से ही देश का विकास संभव है। “किसान, गरीब, युवा, महिला- ये चार जातियां हैं जिनके बारे में पीएम मोदी हमेशा बात करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के समय किसानों को जो अधिकार मिलने चाहिए थे, वह 55 साल बाद भाजपा सरकार में किसानों को दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि जब भाजपा सरकार आई, तब गांवों में सड़कों, बिजली और पानी की व्यवस्था की गई। कांग्रेस के शासन में यह सब नहीं था। दिग्विजय सिंह ने विधानसभा में कहा था कि शिप्रा में नर्मदा का जल आ ही नहीं सकता। कांग्रेस के लोग कहते थे कि नदी जोड़ने का प्रयास असंभव है और इससे प्रकृति बिगड़ जाएगी। लेकिन हमने यह किया और कोर्ट में केस भी जीते। केन-बेतवा लिंक से अब तस्वीर बदल रही है। सीएम यादव ने चंबल क्षेत्र की स्थिति का भी जिक्र किया और कहा कि पहले वहां बंदूकें उठाई जाती थीं, लेकिन अब स्थिति में बदलाव आ रहा है। प्रदेश का कोई खेत खाली नहीं रहेगा, हर जगह पानी पहुंचाया जाएगा। हम एक और नदी जोड़ो अभियान जल्द शुरू करेंगे।”
सीएम ने कहा कि प्रदेश में जल्दी तीसरा नदी जोड़ो प्रोजेक्ट आकार लेगा। मौजूदा दो प्रोजेक्ट ने किसानों की जिंदगी बदलने की हालात बना दिए हैं। उन्होंने कहा कि 2003 तक प्रदेश में गेहूं खरीदी का सरकारी दाम मात्र 447 था, जिसे बढ़ाकर हमने 2600 रुपए तक पहुंचाया है। धान उपार्जन करने वाले किसानों को भी इसी सत्र से उनकी फसल का दाम 4000 क्विंटल मिलने लगेगा। GIS के माध्यम से कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने की कोशिश की जा रही है। दूध पर बोनस देकर किसानों की आमदनी बढ़ाने की मंशा सरकार की है। प्रदेश की सभी निकायों में गौशाला बनाई जाएंगी। इसके लिए दिए जाने वाले खर्च को भी दुगुना किया जा रहा है। उन्नत कृषि के लिए अच्छे बीच लाए जाएंगे।