गाजा में मलबा हटाने में लगेंगे 21 साल! जानें ट्रंप की किस योजना के खिलाफ हुए मुस्लिम देश

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 4 फरवरी को बेंजामिन नेतन्याहू के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. इसमें उन्होंने गाजा पट्टी के पुननिर्माण के लिए प्लान पेश किया था. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दशकों पुराने पश्चिम एशिया संकट को हल करने के लिए एक योजना प्रस्तावित की है. इस प्रस्ताव में अमेरिका के गाजा पट्टी पर कब्जा करने और यहां रहने वाले या विस्थापित फिलिस्तीनियों को पड़ोसी देशों मिस्र और जॉर्डन में शरण लेने के लिए भेजने की बात शामिल है.

ट्रंप ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, मैं मजबूती से मानता हूं कि गाजा पट्टी, जो इतने दशकों से मौत और विनाश का प्रतीक रही है, इसके आस-पास के लोगों के लिए बहुत बुरी है. विशेष रूप से जो लोग वहां रहते हैं, यह लंबे समय से एक बदकिस्मत जगह रही है. 

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कही थी ये बात

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, हमें मानवीय दिलों के साथ रुचि रखने वाले अन्य देशों में जाना चाहिए. उनमें से कई ऐसे हैं जो ऐसा करना चाहते हैं और विभिन्न डोमेन का निर्माण करना चाहते हैं जो गाजा में रहने वाले 18 लाख फिलिस्तीनियों के कब्जे में होगा. इससे मौत और विनाश और स्पष्ट रूप से उन लोगों का दुर्भाग्य समाप्त हो जाएगा. अमेरिका गाजा पट्टी पर कब्जा कर लेगा और हम इसके साथ काम भी करेंगे.

उन्होंने आगे कहा, “हम इसकी जिम्मेदारी निभाएंगे और साइट पर मौजूद सभी खतरनाक बमों और अन्य हथियारों को नष्ट करने की जिम्मेदारी लेंगे. साइट को समतल करेंगे और नष्ट हो चुकी इमारतों को ठीक करेंगे. एक ऐसा आर्थिक विकास करेंगे जो क्षेत्र के लोगों के लिए असीमित संख्या में नौकरियां और आवास प्रदान करेगा.”

जानें क्या है ट्रंप की योजना

टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार, ट्रंप ने गाजा के पुनर्निर्माण की कल्पना एक ऐसे पर्यटन और व्यापार केंद्र के रूप में की, जिसे वह “मिडिल ईस्ट की रिवेरा” बनने की संभावना बताते हैं. वो खुद भी एक रियल एस्टेट डेवलपर थे. इसी वजह से ये चीज अक्सर उनकी भू-राजनीतिक सोच को प्रभावित करती रही है. वे जटिल कूटनीतिक चुनौतियों को भी प्रॉपर्टी डील और आर्थिक विकास के नजरिए से देखते हैं. 

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