‘भारत माता द्वार हो इंडिया गेट का नाम’, BJP अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी की PM मोदी से बड़ी मांग

बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी का कहना है कि जिस तरह राजपथ का नाम कर्तव्य पथ किया गया, उसी प्रकार इंडिया गेट का नाम बदलकर भारत माता द्वार करने की जरूरत है.  बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखी चिट्ठी में कहा कि आपके नेतृत्व में भारत के 140 करोड़ भारतीय भाई-बहनों के दिल में राष्ट्र प्रेम एवं भारतीय संस्कृति के प्रति प्यार में समर्पण की बड़ी भावना है. आपके कार्यकाल में मुगल आंक्रांता और लुटेरे अंग्रेजों द्वारा दिए गए घाव को भरा गया है. आपने गुलामी के दाग को धोया है. इससे पूरे भारत में खुशी का माहौल है.

उन्होंने अपने पत्र में आगे लिखा, “आपके कार्यकाल में मुगल बादशाह औरंगजेब के नाम पर बनी रोड का नाम बदलकर ए.पी.जे. कलाम रोड किया गया, उसी तर्ज पर इंडिया गेट पर लगे किंग जॉर्ज पंचम की मूर्ति हटाकर नेता जी सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति लगाई जाए. जिस तरह आपने राजपथ का नाम कर्तव्य पथ किया उसी प्रकार इंडिया गेट का नाम बदलकर भारत माता द्वार करने की आवश्यकता है.”

देशभक्तों को यही होगी सच्ची श्रद्धांजलि’

जमाल सिद्दीकी ने अपने पत्र में आगे लिखा है कि इंडिया गेट को भारत माता द्वार करना उस स्तंभ पर दर्ज हजारों शहीद देशभक्तों के नाम को सच्ची श्रद्धांजलि होगी. आपसे विनम्र अनुरोध है कि मेरे प्रस्ताव पर विचार कर इंडिया गेट का नाम भारत माता द्वार करें.

‘नवंबर में दर्ज कराया था सज्जाद नोमानी के खिलाफ मुकदमा’ 

बीजेपी के एक नेता ने इस्लामी धर्मगुरु मौलाना सज्जाद नोमानी के खिलाफ यहां पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि उन्होंने केंद्र में बीजेपी सरकार का समर्थन करने वाले मुसलमानों के सामाजिक बहिष्कार का आह्वान करते हुए एक “फतवा” जारी किया है.

बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी इससे पहले 22 नवंबर 2024 को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान चर्चा में आए थे. उस समय उन्होंने दिल्ली के तुगलक रोड थाने में इस्लामी धर्मगुरु मौलाना सज्जाद नोमानी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. 

सिद्दीकी ने पुलिस को बताया था कि व्यापक रूप से अपने वीडियो में नोमानी ने कथित तौर पर कहा है कि बीजेपी का समर्थन करने वाले मुसलमानों को बहिष्कृत कर दिया जाना चाहिए, उनका अभिवादन करने से मना कर दिया जाना चाहिए. बीजेपी समर्थक मुसलमानों का पूर्ण सामाजिक बहिष्कार किया जाना चाहिए. नोमानी ने कथित तौर पर यह भी कहा है कि ऐसे व्यक्तियों को इस्लाम के दायरे से बाहर माना जाना चाहिए. 

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