दिल्ली के द्वारका में छठपूजा के लिए बनाए गए 39 कृत्रिम घाट, शारदा सिन्हा को समर्पित घाट भी है शामिल

Chhath Puja 2024: आस्था के महापर्व छठ पूजा का आज तीसरा दिन है. अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को छठव्रतियों ने अर्घ्य दिया. घाटों में विशेष रूप से श्रीराम जन्म-भूमि के नाम पर समर्पित घाट भी शामिल है.

इन घाटों में इस्तेमाल होने वाले हज़ारों लीटर पानी को छठ पूजा के बाद पार्कों में पेड़-पौधों में डाल दिया जाता है, जिससे पानी की बर्बादी भी नहीं होती है.

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दिल्ली भर में विभिन्न स्थानों पर हजारों घाट बनाए गए हैं. दिल्ली की उपनगरी द्वारका सेक्टर 11 स्थित डीडीए ग्राउंड पर बनाए गए छठ घाट के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां बीते करीब दो दशक से भी ज्यादा समय से इस महापर्व का आयोजन होता आ रहा है और वह भी दिल्ली में सबसे अलग और अनूठे तरीके से.

दिल्ली भर में विभिन्न स्थानों पर हजारों घाट बनाए गए हैं. दिल्ली की उपनगरी द्वारका सेक्टर 11 स्थित डीडीए ग्राउंड पर बनाए गए छठ घाट के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां बीते करीब दो दशक से भी ज्यादा समय से इस महापर्व का आयोजन होता आ रहा है और वह भी दिल्ली में सबसे अलग और अनूठे तरीके से.

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द्वारका छठ पूजा समिति के अध्यक्ष रॉबिन शर्मा ने बताया कि इस बार यहां पर 39 कृत्रिम घाट बनाए गए हैं, और सभी घाट का नामकरण किया गया है. इन घाटों के नाम पूर्वांचल के ऐतिहासिक महापुरुषों, धार्मिक तीर्थ-स्थान, नदियों के नाम पर रखे गए हैं.

द्वारका छठ पूजा समिति के अध्यक्ष रॉबिन शर्मा ने बताया कि इस बार यहां पर 39 कृत्रिम घाट बनाए गए हैं, और सभी घाट का नामकरण किया गया है. इन घाटों के नाम पूर्वांचल के ऐतिहासिक महापुरुषों, धार्मिक तीर्थ-स्थान, नदियों के नाम पर रखे गए हैं.

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इनमें से दो घाटों को विशेष रूप से श्रीराम जन्म-भूमि और लोक गायिका शारदा सिन्हा को समर्पित किया गया है. श्रीराम जन्म-भूमि वाले घाट का नाम सरयू घाट और शारदा सिन्हा को समर्पित घाट का नाम शारदा सिन्हा छठ भक्त शिरोमणि घाट रखा गया है.

इनमें से दो घाटों को विशेष रूप से श्रीराम जन्म-भूमि और लोक गायिका शारदा सिन्हा को समर्पित किया गया है. श्रीराम जन्म-भूमि वाले घाट का नाम सरयू घाट और शारदा सिन्हा को समर्पित घाट का नाम शारदा सिन्हा छठ भक्त शिरोमणि घाट रखा गया है.

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उन्होंने बताया कि छठ पूजा के लिए द्वारका रिलीजियस सोशल एंड कल्चरल एसोसिएशन के माध्यम से सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है. यहां सूर्य देव का बहुत ही सुंदर मंदिर भी बनाया गया है, जहां आज सूर्य देव की प्रतिमा स्थापित की जाएगी. यहां हवन कुंड का भी निर्माण किया गया है, जहां सामूहिक रूप से हजारों की संख्या में लोग इकट्ठे होकर सूर्य गायत्री के मंत्र के साथ हवन करेंगे.

उन्होंने बताया कि छठ पूजा के लिए द्वारका रिलीजियस सोशल एंड कल्चरल एसोसिएशन के माध्यम से सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है. यहां सूर्य देव का बहुत ही सुंदर मंदिर भी बनाया गया है, जहां आज सूर्य देव की प्रतिमा स्थापित की जाएगी. यहां हवन कुंड का भी निर्माण किया गया है, जहां सामूहिक रूप से हजारों की संख्या में लोग इकट्ठे होकर सूर्य गायत्री के मंत्र के साथ हवन करेंगे.

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वहीं इस स्थान पर बहुत सारे मेहंदी वाले भी बैठेंगे जो मुफ्त में उपस्थित महिला श्रद्धालुओं को मेहंदी लगाएंगे. ऐसी कई सारी गतिविधियां हैं जिसको लेकर आयोजक काफी काम कर रहे हैं. मेडिकल रूम भी बनाया गया है और छठ व्रतियों के लिए सामान की खरीदारी करने के लिए एक दुकान भी वहां पर लगाई गई है. छठ का सारा सामान, सारी सामग्री वहां पर मिलती है बहुत ही वाजिब दामों पर.

वहीं इस स्थान पर बहुत सारे मेहंदी वाले भी बैठेंगे जो मुफ्त में उपस्थित महिला श्रद्धालुओं को मेहंदी लगाएंगे. ऐसी कई सारी गतिविधियां हैं जिसको लेकर आयोजक काफी काम कर रहे हैं. मेडिकल रूम भी बनाया गया है और छठ व्रतियों के लिए सामान की खरीदारी करने के लिए एक दुकान भी वहां पर लगाई गई है. छठ का सारा सामान, सारी सामग्री वहां पर मिलती है बहुत ही वाजिब दामों पर.

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रॉबिन शर्मा ने बताया कि द्वारका के डीडीए पार्क में बने इन छठ घाटों में न सिर्फ द्वारका और आसपास के इलाकों के लोग पूजा करने आते हैं, बल्कि हर साल यहां विदेशों में बसे भारतीय भी इस महापर्व करने आते हैं.

रॉबिन शर्मा ने बताया कि द्वारका के डीडीए पार्क में बने इन छठ घाटों में न सिर्फ द्वारका और आसपास के इलाकों के लोग पूजा करने आते हैं, बल्कि हर साल यहां विदेशों में बसे भारतीय भी इस महापर्व करने आते हैं.

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साल दर साल यहां का आयोजन भव्य होता चला गया और लगभग 20 से 25 हजार श्रद्धालु यहां इस महापर्व को करने आते हैं. जिसे देखते हुए किसी प्रकार की अनहोनी से निपटने के लिए यहां सुरक्षा के भी व्यापक इंतजाम किए गए हैं.

साल दर साल यहां का आयोजन भव्य होता चला गया और लगभग 20 से 25 हजार श्रद्धालु यहां इस महापर्व को करने आते हैं. जिसे देखते हुए किसी प्रकार की अनहोनी से निपटने के लिए यहां सुरक्षा के भी व्यापक इंतजाम किए गए हैं.

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सुरक्षा के मद्देनजर आयोजन समिति की तरफ से सैकड़ों सुरक्षाकर्मियों के साथ दिल्ली पुलिस के भी जवानों की तैनाती यहां रहेगी. वहीं यहां पहुंचने वाले श्रद्धालु की गाड़ियों की पार्किंग की भी विशेष व्यवस्था की गई है. जहां श्रद्धालु अपने वाहनों को पार्क कर इत्मीनान से छठ की पूजा कर सकेंगे. शर्मा ने बताया कि सुबह के अर्घ्य के बाद यहां पर विशेष प्रसाद वितरण की भी व्यवस्था की गई है.

सुरक्षा के मद्देनजर आयोजन समिति की तरफ से सैकड़ों सुरक्षाकर्मियों के साथ दिल्ली पुलिस के भी जवानों की तैनाती यहां रहेगी. वहीं यहां पहुंचने वाले श्रद्धालु की गाड़ियों की पार्किंग की भी विशेष व्यवस्था की गई है. जहां श्रद्धालु अपने वाहनों को पार्क कर इत्मीनान से छठ की पूजा कर सकेंगे. शर्मा ने बताया कि सुबह के अर्घ्य के बाद यहां पर विशेष प्रसाद वितरण की भी व्यवस्था की गई है.

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बता दें कि इस आयोजन में किसी भी प्रकार का कोई सरकारी सहयोग नहीं होता है फिर भी अन्य पूजा स्थलों की अपेक्षा यहां साफ-सफाई के साथ-साथ पूरी व्यवस्था बेहतरीन तरीके से की जाती है. जो घाट बना हुआ है, वह चार फीट चौड़ा और लगभग 10 से 12 फीट लंबा बना हुआ है जिसमें साफ-सुथरे पानी को डाला जाता है.

बता दें कि इस आयोजन में किसी भी प्रकार का कोई सरकारी सहयोग नहीं होता है फिर भी अन्य पूजा स्थलों की अपेक्षा यहां साफ-सफाई के साथ-साथ पूरी व्यवस्था बेहतरीन तरीके से की जाती है. जो घाट ब

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