कांग्रेस के नेता और पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने पार्टी पर गंभीर आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया था. वहीं अब उन्होंने इस पर यू-टर्न ले लिया है.
हरियाणा विधानसभा चुनाव के तुरंत बाद कांग्रेस के नेता और पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने उनके साथ खराब व्यवहार किये जाने का आरोप लगाते हुए गुरुवार (17) अक्टूबर को पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. वहीं अब उन्होंने अपने फैसले पर यू टर्न ले लिया है.
अजय यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा, मैं जन्म से कांग्रेसी हूं और अंतिम सांस तक रहूंगा. ओबीसी विभाग प्रमुख के रूप में की गई मेहनत को आलाकमान से सराहना नहीं मिलने के कारण नाराज था. लेकिन बेटे के समझाने पर सब कुछ भूल कर पार्टी की मजबूती के लिए काम करूंगा.
राहुल गांधी से की थी मुलाकात
बता दें कि लोकसभा चुनाव में गुरुग्राम से टिकट नहीं मिलने और फिर हरियाणा विधानसभा चुनाव में कथित उपेक्षा से नाराज चल रहे कांग्रेस के ओबीसी विभाग के अध्यक्ष अजय यादव से गुरुवार सुबह राहुल गांधी से मुलाकात की थी.
इस वजह से छोड़ी थी पार्टी
सूत्रों के मुताबिक जब अजय यादव ने राहुल गांधी के सामने अपनी शिकायतें रखनी शुरू की थी उल्टे राहुल गांधी ने उनकी रिपोर्ट कार्ड पर सवाल उठा दिए. इस बात से आहत कैप्टन अजय यादव ने कुछ घंटों बाद पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और सोशल मीडिया पर इशारों में राहुल गांधी पर निशाना भी साधा.
बेटे के समझाने पर माने कैप्टन
कैप्टन यादव सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस कर कांग्रेस नेतृत्व पर हमला करने वाले थे लेकिन जानकारी के मुताबिक बेटे के खूब समझाने पर वो मान गए. अजय यादव के बेटे चिरंजीव राव कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव हैं. साथ ही लालू यादव के दामाद भी हैं. गुरुग्राम से सटे रेवाड़ी विधानसभा से 2019 में विधायक बने चिरंजीव राव इस बार चुनाव हार गए. उनके पिता इस सीट विधायक और हरियाणा सरकार में मंत्री रह चुके हैं.