मंगलवार को विधानसभा चुनावों में भाजपा को ऐतिहासिक जीत दिलाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी से मुलाकात की.
नई दिल्ली: मंगलवार को विधानसभा चुनावों में भाजपा को ऐतिहासिक जीत दिलाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी से मुलाकात की.
पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “मैंने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी जी से मुलाकात की और विधानसभा चुनाव में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत के लिए उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दीं. मुझे विश्वास है कि विकसित भारत के संकल्प में हरियाणा की भूमिका और महत्वपूर्ण होने वाली है.”
इससे पहले हरियाणा के सीएम नायब सैनी ने पीएम मोदी से मुलाकात के बाद राज्य की चुनावी जीत का श्रेय उनके नेतृत्व को दिया.
पीएम मोदी की योजनाएं समाज के हर वर्ग के लिए हैं
सैनी ने कहा, “इस बड़ी जीत का श्रेय पीएम मोदी को जाता है जिन्होंने पिछले 10 वर्षों में ऐसी नीतियां और योजनाएं बनाई हैं जिनसे गरीबों, किसानों, युवाओं, महिलाओं को फायदा हुआ है. उनकी योजनाएं समाज के हर वर्ग के लिए हैं. यह जीत इसी का परिणाम है. मैं पीएम की नीतियों और पीएम मोदी के प्रति लोगों के प्यार और स्नेह को धन्यवाद देता हूं. मैं हरियाणा के पार्टी कार्यकर्ताओं का भी आभारी हूं.”
मंगलवार को घोषित परिणामों के अनुसार 90 सदस्यीय विधानसभा में 48 सीटें जीतने के बाद भाजपा हरियाणा में अपनी लगातार तीसरी सरकार बनाने के लिए तैयार है. कांग्रेस ने 37 सीटें जीतीं.
विपक्षी दल हर संस्था को खराब करना चाहता है- पीएम
इस बीच, मंगलवार को पीएम मोदी ने हरियाणा में विधानसभा चुनावों के नतीजों को अद्यतन करने में धीमी गति के संबंध में चुनाव आयोग को अपनी शिकायत और उसके बाद पत्र को लेकर कांग्रेस पर कटाक्ष किया और आरोप लगाया कि विपक्षी दल हर संस्था को खराब करना चाहता है.
हरियाणा चुनाव में बीजेपी की जीत के बाद दिल्ली में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने देश के लोगों को गुमराह करने की कोशिश की है.
कांग्रेस हमेशा हमारी संस्थाओं की निष्पक्षता पर सवाल उठाती है
पीएम मोदी ने कहा, “चाहे देश का चुनाव आयोग हो, पुलिस हो, न्यायपालिका हो, कांग्रेस हर संस्था को कलंकित करना चाहती है. आपको याद होगा कि लोकसभा चुनाव के नतीजों से पहले उन्होंने किस तरह का हंगामा किया था. चुनाव के दौरान भी ये लोग और उनके शहरी नक्सली सहयोगी चुनाव आयोग की छवि खराब करने के लिए सुप्रीम कोर्ट गए थे. आज भी उन्होंने देश की जनता को गुमराह करने की कोशिश की है. कांग्रेस हमेशा हमारी संस्थाओं की निष्पक्षता पर सवाल उठाने की कोशिश करती है. उनकी प्रतिष्ठा धूमिल करने की कोशिश की जाती है. यह कांग्रेस की आदत रही है. कांग्रेस बेशर्मी से ऐसे काम करती रही है.”