
भिवानी जिले की रहने वाली अध्यापिका मनीषा की रहस्यमय परिस्थितियों में हुई मौत के बाद विपक्षी दल हरियाणा में कानून व्यवस्था खराब होने का आरोप लगाकर प्रदेश सरकार को घेरने में लगे हैं।
कांग्रेस विधायकों ने इस मुद्दे पर प्रदर्शन तक किया। मुद्दा विधानसभा सत्र के दौरान सदन में गूंजा। विधायकों ने लिखित में सवाल पूछा तो मुख्यमंत्री नायब सैनी ने मोर्चा संभालते हुए लिखित में उत्तर दिया कि कानून व्यवस्था पहले से बेहतर होती जा रही है। पुलिस ने संगठित अपराधों पर नकेल कसी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इनेलाे से लेकर कांग्रेस के शासन में जहां एफआइआर दर्ज नहीं की जाती थी, वहीं भाजपा सरकार में गैंग चलाने वाले गैंग्सटर मौत के घाट उतारे जा रहे हैं।
कानून व्यवस्था पर विपक्ष ने नायब सरकार को घेरा
वर्ष 2024 में बदमाशों के साथ 42 पुलिस मुठभेड़ हुई। जिसमें सात गैंग्स्टर मौत के घाट उतार दिए गए। जबकि 57 घायल हुए। सभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
कालावांली के कांग्रेस विधायक शीशपाल केहरवाला के अतारांकित सवाल पर लिखित में उत्तर देते हुए मुख्यमंत्री ने दावा किया कि वर्ष 2017 में संगठित अपराध पर अंकुश लगाने के लिए विशेष कार्यबल (एसटीएफ) के गठन के बाद अपराधी हरियाणा छोड़ रहे हैं।
राज्य में संगठित अपराध रोकथाम के लिए मानक संचालक प्रक्रिया (एसओपी) का गठन किया जा रहा है।
महिला सुरक्षा को लेकर क्या बोले CM सैनी?
प्रदेश में 106 कंपनियां गठित की गई जो कानून व्यवस्था को बेहतर बना रही है। पुलिस की मदद के लिए 53 स्वैट टीम भी तैनात जिसमें पुलिस कमांडो नियुक्त रहते हैं।
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि डायल 112 सुविधा भी प्रभावी रूप से काम कर रही है। महिला सुरक्षा के लिए प्रदेश में 24 दुर्गा शक्ति रैपिड एक्शन टीम संचालित हो रही है।
सरकार ने यह माना कि पुलिस कर्मियों खासकर सिपाही से लेकर सब इंस्पेक्टर के बाद रिक्त हैं लेकिन उन्हें भी बेहतर किया जाएगा।