‘हिंदी हमारी एकता का आधार और अस्मिता की प्रहरी’, सीएम योगी समेत कई नेताओं ने दी हिंदी दिवस की बधाई

आज यूपी समेत पूरे भारत में राष्ट्रीय हिंदी दिवस 2025 मनाया जा रहा है.  यह एक ऐसा मौका है जो हमें हमारी मातृभाषा की गरिमा और महत्व को याद दिलाता है.  खासतौर पर यह दिन हिंदी की महत्व को समझाने और लोकप्रियता को बढ़ावा देने लिए लिए मनाया जाता है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य समेत कई नेताओं ने रविवार को हिंदी दिवस पर प्रदेश वासियों को बधाई दी है

 सीएम योगी ने दी प्रदेश वासियों को बधाई
हिंदी हमारी एकता का आधार और अस्मिता की प्रहरी है। समस्त भारतीयों को एक सूत्र में पिरोती हमारी परंपराओं की संवाहिका हिंदी हमें हमारी जड़ों से जोड़ती है।आइए, हिंदी के अधिकाधिक प्रयोग व वैश्विक प्रसार हेतु संकल्पित हों, इसके विकास में भागीदार बनें और इसे डिजिटल युग की सबसे प्रभावी भाषा बनाएं

मौर्य ने ‘एक्स’ पर सुमित्रानंदन पंत के कथन “हिंदी हमारे राष्ट्र की अभिव्यक्ति का सरलतम स्रोत है” को साझा करते हुए कहा, हिंदी हमारे राष्ट्र की अभिव्यक्ति का सरलतम स्रोत है। देश की विविधता, संस्कृति, सभ्यता और संस्कारों को एक सूत्र में पिरोने वाली हमारी राजभाषा हिंदी दिवस पर समस्त देश व प्रदेश वासियों की हार्दिक शुभकामनाएं! हिंदी दिवस का यह पर्व हमें अपनी मातृभाषा के सम्मान और उसके वैश्विक प्रसार का संकल्प लेने की प्रेरणा देता है।

14 सितंबर के दिन ही क्यों मनाते हैं हिंदी दिवस
हर साल 14 सितंबर के दिन हिंदी दिवस मनाया जाता है. इसकी वजह यह है कि साल 1949 में 14 सितंबर के दिन ही हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया था. देश के प्रशासन की बागडोर संभाल रहे नेताओं ने हिंदी को जनता की भाषा मानते हुए इसके प्रचार और प्रसार पर जोर दिया और हिंदी को राजभाषा घोषित किया.  हिंदी दिवस (14 सितम्बर) हमें न केवल हिंदी की महत्ता स्मरण कराता है, बल्कि यह भी याद दिलाता है कि दुनिया की सबसे प्राचीन और समृद्ध भाषाओं की धारा का यह एक आधुनिक रूप है, जिसने करोड़ों लोगों को जोड़ने का कार्य किया है

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