हरियाणा में दो दिन बारिश और ओले गिरने से फसलों के भारी नुकसान हुआ है. इसके बाद सरकार ने फसलों के नुकसान की रिपोर्ट मांगी है और डिप्टी कमिश्नर को आदेश जारी कर दिए.
ओलावृष्टि से फसल बर्बाद
हरियाणा में सरकार ने दो दिन बारिश और ओले गिरने से फसलों के नुकसान की रिपोर्ट मांगी है। इसको लेकर मुख्यमंत्री नायब सैनी ने शनिवार को कैबिनेट मीटिंग की। जिसके बाद उन्होंने बताया कि सभी डिप्टी कमिश्नर को इस बारे में आदेश जारी कर दिए गए हैं। जिन किसानों का बीमा है, उन्हें कंपनी से क्लेम दिलाया जाएगा। जिनका बीमा नहीं होगा, उन्हें सरकार की तरफ से मुआवजा मिलेगा।
बता दें कि शुक्रवार को हुई ओलावृष्टि से हिसार और फतेहाबाद के 63 गांवों में सब्जी, सरसों और चने की फसल तबाह हो गई। इसके अलावा रेवाड़ी, कैथल और महेंद्रगढ़ में कई जगह ओले गिरने से फसलों को नुकसान हुआ है।
ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल खोला जाएगा
बारिश और ओलावृष्टि के कारण फसलों से हुए नुकसान पर मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा, कि पिछले दो दिनों से हो रही बारिश और ओलावृष्टि को लेकर चर्चा की गई है, जिसमें फसलों को हुए नुकसान के संबंध में भी मंत्रिमंडल के सदस्यों ने चिंता व्यक्त की है।
प्रारंभिक आकलन में तोशाम, बवानीखेड़ा, लौहारू, फतेहाबाद, रानियां, भट्टूकलां, नारनौंद, हांसी, महेंद्रगढ़, कनीना, हथीन, बावल में बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान की संभावना है। सभी उपायुक्तों को इस संबंध में जल्द से जल्द रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। नुकसान के आकलन के लिए ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल खोला जाएगा।
मुख्यमंत्री नायब सैनी – फाइल फोटो
मौसम विभाग ने 5 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया
वहीं हरियाणा में लगातार दूसरे दिन शनिवार को पानीपत, करनाल, सोनीपत, नूंह और कुरुक्षेत्र में रुक-रुक कर बारिश हुई। फतेहाबाद, सिरसा और महेंद्रगढ़ समेत कई जगह बादल छाए हुए हैं। शीतलहर चल रही है।
मौसम विभाग ने करनाल, कुरुक्षेत्र, अंबाला, पंचकूला और यमुनानगर में हल्की से मध्यम बारिश का अलर्ट जारी किया हुआ है। यहां ओलावृष्टि की भी संभावना है।
हिसार में दिसंबर महीने में बारिश का 35 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया है। जिले में 24 घंटे में 12 से 13 एमएम बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार 2017 में दिसंबर महीने में 8 एमएम बारिश दर्ज की गई थी। साल 1989 में 10 दिसंबर को 24 घंटे में 100 एमएम बारिश दर्ज की गई थी।