
क्या आपने कभी सोचा है कि स्वच्छता से भी समृद्धि का रास्ता खुल सकता है? यही संदेश इंदौर से पूरे देश को दिया गया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इंदौर में स्वच्छता कर्मवीरों का सम्मान किया, उनके साथ सहभोज किया और 50 नई इलेक्ट्रिक एसी बसों को हरी झंडी दिखाई। इसके साथ ही देश का पहला जीरो वेस्ट जू (Zero Waste Zoo) और रणजीत हनुमान मंदिर पुनर्विकास योजना भी शुरू की गई। इंदौर लगातार आठवीं बार स्वच्छता में नंबर-1 बना है और यह सब संभव हुआ है यहां के नागरिकों और स्वच्छता कर्मवीरों की मेहनत से।
क्या स्वच्छता ही समृद्धि का असली मंत्र है?
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि स्वच्छता हमारी संस्कृति का हिस्सा रही है, लेकिन समय के साथ लोग इसे भूल गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे फिर से जन-आंदोलन बनाया। आज इंदौर की पहचान न केवल मध्यप्रदेश, बल्कि पूरे देश और दुनिया में स्वच्छता की मिसाल के रूप में हो रही है।
इंदौर के स्वच्छता कर्मवीरों को क्यों मिला सम्मान?
कार्यक्रम में CM ने स्वच्छता कर्मवीरों को “स्वच्छता का महागुरु” कहकर सम्मानित किया और उनके साथ बैठकर भोजन भी किया। उन्होंने साफ कहा कि इंदौर को आठ बार नंबर-1 बनाने में सबसे बड़ा योगदान इन्हीं कर्मवीरों का है।
इलेक्ट्रिक एसी बसों से कैसे बदलेगा इंदौर का ट्रांसपोर्ट?
इंदौर में 60 करोड़ की लागत से 50 नई इलेक्ट्रिक एसी बसों की शुरुआत हुई है। कुल 150 बसें जल्द ही शहर की सड़कों पर दौड़ेंगी। इन बसों में GPS, CCTV, Panic Button और डिजिटल पेमेंट सिस्टम (Digital Payment System) जैसी आधुनिक सुविधाएं होंगी। CM खुद बस में सफर कर इन सुविधाओं को देखा। जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि स्वच्छता के क्षेत्र में इंदौर ने विश्व मानचित्र पर अपना नया स्थान बनाया है। इंदौर स्वच्छता में लगातार आठ बार से अव्वल है। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने इंदौर की विकास यात्रा के बारे में जानकारी दी।
जीरो वेस्ट जू से क्या मिलेगा इंदौर को?
देश का पहला जीरो वेस्ट जू (Zero Waste Zoo) इंदौर को मिला है। इससे न केवल पर्यटन बढ़ेगा बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी शहर को नई पहचान मिलेगी। यह जू आने वाले समय में इंदौर का नया आकर्षण बन सकता है।
रणजीत हनुमान मंदिर क्यों है खास?
इंदौर का प्रसिद्ध रणजीत हनुमान मंदिर अब नए रूप में दिखेगा। 7 करोड़ रुपये की लागत से इसका पुनर्विकास किया जाएगा। यहां भक्तों के लिए भव्य द्वार, बाउंड्रीवॉल, उद्यान और पाथवे तैयार होंगे। इससे धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। कार्यक्रम में विधायकगण नगर निगम के सभापति, महापौर परिषद सदस्य, पार्षदगण तथा बड़ी संख्या में सफाई मित्र और उनसे जुड़े संगठनों के प्रतिनिधि तथा अन्य नागरिकगण उपस्थित थे।