
एनीमिया मुक्त हरियाणा के तहत समाज में सभी एनीमिया से ग्रसित मरीजों की जांच, उपचार, परामर्श तथा मरीजों की ट्रैकिंग कर इस बीमारी को संपूर्ण रूप से खत्म करना है। उपमंडल के अधीन आने वाले गांवों व शहर सहित पूरे क्षेत्र को कवर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की 20 टीमों का गठन किया गया है। एसडीएम पंकज सेतिया ने इससे पहले वीरवार को अधिकारियों के साथ बैठक की। कार्यक्रम के दौरान उपमंडल अधिकारी पंकज सेतिया ने स्वयं तथा सभा में आए सभी सदस्यों के खून की जांच करवाई गई। उपमंडल कार्यालय में कार्यरत सभी अधिकारी व कर्मचारियों के खून की जांच भी करवाई गई।
एसडीएम ने कहा कि एनीमिया मुक्त हरियाणा कार्यक्रम के लिए विशेष रूप से टीमों का गठन किया गया है। सभी टीम गांव स्तर पर जाकर विशेष रूप से जांच करने का कार्य करेंगी। 6 वर्ग में जांच के कार्य को किया जाएगा। इनमें 6 महीने तक के बच्चे, 59 माह के बच्चे, 5 साल से 9 वर्ष से बच्चे, 10 से 19 वर्ष के बच्चे, सभी गर्भवती महिलाएं, 15 वर्ष से अधिक आयु की महिलाएं शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए 20 टीमों का गठन किया गया है, जोकि विभिन्न सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों, आंगनबाड़ी केन्द्रो, आयुषमान आरोग्य मंदिरों तथा अस्पताल में आए मरीजों की निशुल्क जांच करेगीं।
गांव में जाकर खून की कमी पूरा करने की देंगे जानकारी : डाॅ. कृष्णकांत
वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. कृष्णकांत ने बताया कि जांच उपरांत जो भी खून की कमी से ग्रसित मरीज मिलता है, उनको वहीं पर दवाई दी जाएगी। खून की कमी से कैसे बचे इस बारे में पूर्ण परामर्श भी दिया जाएगा। ऐसे मरीजों के लिए एक विशेष पोर्टल बनाया गया। जिस पर ऐसे मरीजों के आगामी सुधार के बारे में अवलोकन किया जाएगा।