
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एक बार फिर अपनी सादगी और आम लोगों से आत्मीय जुड़ाव के लिए चर्चा में हैं। जबलपुर दौरे के दौरान उन्होंने अचानक काफिला रुकवाकर सड़क किनारे एक छोटी चाय की दुकान पर चाय पी और दुकानदार से आत्मीय बातचीत की।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का आमजन से आत्मीय जुड़ाव एक बार फिर देखने को मिला जब उन्होंने सोमवार को जबलपुर से डुमना एयरपोर्ट जाते समय अचानक अपने काफिले को रुकवाया और अंधमूक चौराहे पर स्थित शंकर चाट भंडार में चाय पी। यह दृश्य देखकर आसपास के लोग और दुकानदार चौंक गए। मुख्यमंत्री के साथ इस दौरान सांसद आशीष दुबे, विधायक अशोक रोहाणी, जिला अध्यक्ष राजकुमार पटेल, नगर अध्यक्ष रत्नेश सोनकर और अखिलेश जैन भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने दुकानदार ब्रजेश लोधी से न केवल चाय पी, बल्कि उनका हालचाल भी जाना और ऑनलाइन भुगतान कर उदारता का परिचय दिया। ब्रजेश लोधी ने कहा कि कभी सोचा नहीं था कि मेरी छोटी सी दुकान में मुख्यमंत्री आकर चाय पिएंगे। वे बड़े सहज और सरल स्वभाव के हैं। उन्होंने मुझसे आत्मीयता से बात की और मेरे परिवार के बारे में भी पूछा। मुख्यमंत्री की यह सादगी और जमीन से जुड़ा व्यवहार छोटे दुकानदारों और आम लोगों के दिलों को छू गया।
बता दें इससे पहले सतना जिले के चित्रकूट में परिक्रमा के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का एक अलग ही रूप देखने को मिला। कामदगिरी पर्वत की परिक्रमा करते समय उन्होंने एक छोटी सी चाय की दुकान देखी और वहीं रुक गए। खास बात यह रही कि सीएम खुद चाय बनाने लगे और अदरक वाली चाय तैयार कर लोगों को भी पिलाई।