
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की वर्चुअल बैठक में भाग लेने के बाद मुख्यमंत्री ने सीएम आवास में उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उच्चाधिकारियों को राज्य की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर बनी परिस्थितियों को देखते हुए चारधाम यात्रा, राज्य के बड़े और अहम प्रतिष्ठानों, बांधों और ऊर्जा संयंत्रों की सुरक्षा के लिए विशेष सतर्कता और इंतजाम करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शासन, प्रशासन और पुलिस अलर्ट मोड पर रहे। उन्होंने ताजा परिस्थितियों को देखते हुए कर्मचारियों के अवकाश मंजूर करने पर रोक लगा दी है। अपरिहार्य परिस्थितियों में ही अवकाश की अनुमति होगी।
बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की वर्चुअल बैठक में भाग लेने के बाद मुख्यमंत्री ने सीएम आवास में उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से लगे राज्य के सभी क्षेत्रों में सुरक्षा की दृष्टि से पुख्ता इंतजाम किए जाएं। सीमांत क्षेत्रों में होने वाली संदिग्ध गतिविधियों पर पैनी निगाह रखी जाए।
इस समय राज्य में चारधाम यात्रा चल रही है, जिसमें लाखों तीर्थ यात्री प्रतिभाग कर रहे हैं। इसलिए यात्रा मार्ग सहित चारों धामों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हों। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में कई राष्ट्रीय महत्व के प्रतिष्ठान हैं। इन संस्थानों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं। सीएम ने सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को अपने-अपने जिलों में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने के निर्देश दिए।
उन्होंने लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि शासन– प्रशासन हर तरह से मदद के लिए तैयार रहने को कहा। साथ ही अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा के लिए अतिरिक्त केंद्रीय सुरक्षा बल उपलब्ध कराने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का विशेष आभार व्यक्त किया है। बैठक में मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, डीजीपी दीपम सेठ, सचिव शैलेश बगौली, वीके सुमन शामिल हुए।
जिला और तहसील स्तर पर आवश्यक वस्तुओं आपूर्ति बनाएं
सीएम ने कहा कि किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए जिला और तहसील स्तर पर खाद्यान्न सहित आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बनाए रखी जाए। अस्पतालों को आपातकालीन परिस्थितियों के लिए अलर्ट पर रखा जाए। सभी आवश्यक दवाओं का पूर्ण प्रबंध हो।
बचाव व राहत कार्यों के लिए प्रशिक्षण दिया जाए
उन्होंने कहा कि नागरिक सुरक्षा दल और स्वयंसेवी संस्थाओं को बचाव और राहत कार्य के लिए प्रशिक्षण दिया जाए। लोगों को भी सही सूचनाओं के साथ सतर्क किया जाए। साथ ही इस बात का ध्यान रखा जाए कि जन सामान्य के पास हर तरह से सही और प्रमाणित सूचनाएं ही पहुंचे ताकि वो अफवाह से दूर रह सकें। साथ ही अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्ती की जाए। सोशल मीडिया के माध्यम से इस पर लगातार निगरानी रखी जाए।