Chhatarpur – जिलेभर में 8 मॉडल स्कूल प्रस्तावित हैं, जिसमें छतरपुर, नौगांव, बड़ामलहरा, बकस्वाहा और राजनगर स्कूलों का संचालन CM Rise की गाइडलाइन अनुसार किया जा रहा है। वहीं बिजावर, लक्कुशनगर और गौरिहार में भवन बनने में लेटलतीफी होने से संचालन अभी मॉडल स्कूल के रूप में किया जा रहा है।
आने जाने के लिए प्राइवेट वाहनों के सहारे
स्कूल में बस सुविध भी नहीं है। इसके लिए संयुक्त संचालक शिक्षा कार्यालय से बसों का अनुबंधित करने का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा है। लेकिन आधा सितंबर बीतने के बाद किसी भी जिले के लिए बसों के अनुबंध को स्वीकृति नहीं दी गई है। इस हाल में छतरपुर जिले में संचालित 5 सीएम राइज स्कूलों के कई बच्चों को साइकिल, ई-रिक्शा या यात्री बस में किराया देकर स्कूल के लिए आना-जाना करना पड़ता है। बच्चों के परिजन ने बताया CM Rise School में तमाम सुविधाएं उपलब्ध होने की जानकारी पर अपने बच्चों के प्रवेश सीएम राइज स्कूल में करा दिया। लेकिन इस वर्ष स्कूल में शिक्षण काम में कोई सुधार नहीं दिख रहा है। बच्चों को School भेजने के लिए बसें उपलब्ध न होने से वह प्राइवेट वाहनों से किराया देकर बच्चों को स्कूल भेज रहे हैं।
स्टाफ की भी कमी
वहीं पुराने भवन में कक्षाएं संचालित होने और स्टाफ की कमी के चलते सीएम राइज स्कूल में अध्ययनरत विद्यार्थियों के शिक्षा के स्तर में सुधार नहीं हो पा रहा है। नई बिल्डिंग का कार्य पूरा न होने से छात्रों के लिए शिक्षण कार्य के साथ-साथ अन्य गतिविधियों का आयोजन नहीं किया जा रहा है। स्कूल में छात्रों की संख्या के हिसाब से Social science विषय में 1, आर्ट एंड क्राफ्ट में 1, इंग्लिश विषय के 2, फिजिक्स में 1, केमिस्ट्री में 1, हिंदी में 1 शिक्षक की जगह अब भी खाली है। जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
बढ़ाई जाना है क्षमता
छतरपुर सीएम राइज स्कूल में अभी बैठक क्षमता 750 बच्चों की है। लेकिन यहां 1250 बच्चे दर्ज है। जिसमें से 1000 बच्चे मॉडल कैंपस में और 250 बच्चे कुंभगढ़ प्राथमिक स्कूल में अध्ययनरत हैं। हालांकि नया भवन बनने से बैठक क्षमता 2100 हो जाएगी। इसके लिए जी प्लस 2 स्तर के दो भवन और जी प्लस 3 का एक भवन बनकर तैयार हो रहा है। छतरपुर के कैंपस में नौगांव व अन्य सीएम राइज स्कूलों की तुलना में एक्टिविटी की व्यवस्था ज्यादा है।
छतरपुर सीएम राइज स्कूल में बन रहे दो भवन का काम जुलाई में पूरा होना था, लेकिन ठेकेदार की लापरवाही के चलते अभी तक निर्माण पूरा नहीं हो सका है। जिस वजह से इस सत्र में सीएम राइज स्कूल की क्षमता के हिसाब से छात्रों को प्रवेश नहीं दिया गया। वहीं स्कूल प्रबंधन की माने तो अभी यह भवन तैयार होने में 6 महीने का समय और लग जाएगा। जिससे अब अगले सत्र से ही विद्यार्थियों को नए भवन में सीएम राइज स्कूल की सभी सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी।