विकास के नए रास्ते पर भारत, ऊर्जा क्रांति के लिए अहम होगी LNG-CNG की भूमिका

IEW 2025: एलएनजी और सीएनजी भारत की ऊर्जा क्रांति में एक प्रमुख भूमिका निभाएंगे और इस दिशा में विकास के नए रास्ते खोलेंगे. राजधानी दिल्ली में जारी ‘इंडिया एनर्जी वीक 2025’ का आज दूसरा दिन है. कार्यक्रम में भारत की ऊर्जा क्रांति के लिए LNG-CNG की महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा की जा रही है.  भारत ने अपने एलएनजी उपयोग को बढ़ाने के लिए कई परियोजनाओं को शुरू किया है. इसमें नई LNG टर्मिनल्स और डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क शामिल हैं. भारत ने भी एलएनजी की आपूर्ति को बढ़ाने के लिए अन्य देशों के साथ संधि की है.

हिंदुस्तान पेट्रोलियम के एलएनजी प्रोजेक्ट मैनेजर ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि अभी भारत में सीएनजी का इस्तेमाल छोटे वाहनों के लिए एक प्रमुख ऑर्गैनिक फ्यूल के रूप में है. इसी को देखते हुए  सीएनजी की आपूर्ति और डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क को बढ़ाने के लिए भारत सरकार ने भी कई योजनाएं शुरू की हैं. उन्होंने बताया कि देश की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने और एक स्थायी भविष्य की दिशा में आगे बढ़ने के लिए सीएनजी के साथ- साथ अब एलएनजी के उपयोग की बढ़ती भूमिका पर भी जोर दिया जा रहा है.

एलएनजी तो शिप करना और स्टोर करना आसान

दरअसल एलएनजी और सीएनजी दोनों ही प्राकृतिक गैस से बने होते हैं और पारंपरिक जीवाश्म ईंधनों के मुकाबले पर्यावरण के लिए अधिक लाभकारी होते हैं. एलएनजी में प्राकृतिक गैस को ठंडा करके तरल में बदल दिया जाता है, जिससे यह 600 गुना कम जगह घेरता है और इसे शिप करना और स्टोर करना आसान हो जाता है. हालांकि अभी इसे सिर्फ बड़े वाहनों जैसे ट्रक, में ही इस्तेमाल किया जाएगा.

भारत की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करेगी एलएनजी-सीएनजी

कार्यक्रम में उद्योग जगत के विशेषज्ञों ने बताया कि कैसे एलएनजी और सीएनजी का उपयोग भारत की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद कर सकता है और साथ ही पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा दे सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे यह ऊर्जा स्रोत भारत को ऊर्जा स्वतंत्रता की दिशा में आगे बढ़ाने में मदद कर सकते हैं.

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