लाड़ली बहनों को आत्मनिर्भर बनाने की नई पहल, मोहन यादव सरकार देगी 5,000 रुपये, लेकिन करना होगा यह काम’

मध्य प्रदेश की लाड़ली बहनों के लिए एक और खुशखबरी लेकर आए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव। 24 अगस्त 2025 को भोपाल के गोविंदपुरा में लघु उद्योग भारती के प्रदेश कार्यालय के उद्घाटन समारोह में उन्होंने एक क्रांतिकारी घोषणा की। सीएम ने ऐलान किया कि लाड़ली बहना योजना के तहत उद्योगों में काम करने वाली महिलाओं को सरकार हर महीने 5,000 रुपये की अतिरिक्त आर्थिक सहायता प्रदान करेगी।

यह राशि योजना की मौजूदा 1,500 रुपये की मासिक सहायता से अलग होगी। इस घोषणा ने न केवल महिलाओं के लिए रोजगार के नए द्वार खोले, बल्कि मध्य प्रदेश को औद्योगिक और आर्थिक समृद्धि की नई राह पर ले जाने का संकल्प भी दिखाया। साथ ही, सीएम ने छोटे जिलों में उद्योगों को बढ़ावा देने और उद्यमियों की समस्याओं के समाधान के लिए ठोस कदमों की घोषणा की, जिसने इस आयोजन को और भी खास बना दिया।

लाड़ली बहनों के लिए नया तोहफा: उद्योगों में काम, 5,000 रुपये की सहायता

24 अगस्त 2025 को भोपाल के गोविंदपुरा में लघु उद्योग भारती के नवनिर्मित प्रदेश कार्यालय के उद्घाटन समारोह में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एक ऐतिहासिक घोषणा की। उन्होंने कहा कि लाड़ली बहना योजना के तहत उन महिलाओं को, जो उद्योगों में काम करेंगी, सरकार हर महीने 5,000 रुपये की अतिरिक्त आर्थिक सहायता प्रदान करेगी। यह राशि मौजूदा 1,500 रुपये की मासिक सहायता से अलग होगी और इसका उद्देश्य महिलाओं को रोजगार से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाना है।

सीएम ने अपने संबोधन में कहा, “लाड़ली बहना योजना ने लाखों महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान की है। अभी तक हम उन्हें घर बैठे 1,500 रुपये दे रहे हैं, लेकिन यह पर्याप्त नहीं है। हम चाहते हैं कि हमारी बहनें आत्मनिर्भर बनें। इसलिए, जो लाड़ली बहनें उद्योगों में काम करेंगी, उन्हें सरकार 5,000 रुपये प्रतिमाह देगी। यह योजना न केवल उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगी, बल्कि प्रदेश की औद्योगिक प्रगति में भी उनकी भागीदारी सुनिश्चित करेगी।”

छोटे जिलों में उद्योग, हर हाथ को रोजगार

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर मध्य प्रदेश को औद्योगिक समृद्धि का नया केंद्र बनाने का संकल्प दोहराया। उन्होंने कहा, “प्रदेश की समृद्धि केवल इंदौर और भोपाल तक सीमित नहीं रहेगी। हम छोटे जिलों में भी उद्योगों को बढ़ावा देंगे, ताकि हर क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा हों।” उन्होंने विशेष रूप से ग्रामीण और छोटे शहरों में लघु उद्योगों को प्रोत्साहन देने की बात कही, जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन को गति मिले।

सीएम ने यह भी घोषणा की कि उद्यमियों के सामने आने वाली समस्याओं जैसे मॉर्टगेज ड्यूटी, फायर एनओसी, और मल्टी-स्टोरी इंडस्ट्रियल प्लांट की मंजूरी से जुड़े मसलों का समाधान किया जाएगा। इसके लिए सरकार एक उच्चस्तरीय समिति गठित करेगी, जो उद्यमियों और प्रशासन के बीच सेतु का काम करेगी। यह कदम लघु उद्योगों को और अधिक सुगम और आकर्षक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।

लाड़ली बहना योजना: महिलाओं का सशक्तिकरण

लाड़ली बहना योजना मध्य प्रदेश की सबसे चर्चित योजनाओं में से एक है, जिसे पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मई 2023 में शुरू किया था। इस योजना के तहत 21 से 60 वर्ष की विवाहित महिलाओं को शुरू में 1,000 रुपये और बाद में 1,250 रुपये प्रतिमाह दिए गए। रक्षाबंधन 2023 और 2024 में 250 रुपये की अतिरिक्त राशि दी गई, जिससे वर्तमान में यह राशि 1,500 रुपये हो गई है। अब तक 27 किश्तों में 1.29 करोड़ लाभार्थी महिलाओं को 19,212 करोड़ रुपये से अधिक की राशि हस्तांतरित की जा चुकी है।

मुख्यमंत्री ने इस योजना को और सशक्त करते हुए कहा, “हमारा लक्ष्य है कि लाड़ली बहनें न केवल आर्थिक सहायता प्राप्त करें, बल्कि उद्योगों में सक्रिय भागीदारी के माध्यम से आत्मनिर्भर बनें। 5,000 रुपये की यह नई सहायता उन महिलाओं के लिए है, जो रेडीमेड गारमेंट यूनिट, फैक्ट्रियों, या अन्य औद्योगिक इकाइयों में काम करेंगी और रजिस्ट्रेशन कराएंगी।”

औद्योगिक विकास का नया रोडमैप

लघु उद्योग भारती के इस आयोजन में मुख्यमंत्री ने मध्य प्रदेश को औद्योगिक हब बनाने की अपनी योजना को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि लघु उद्योग देश की आर्थिक रीढ़ हैं और लघु उद्योग भारती इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने संगठन की 55 जिलों में 105 इकाइयों की सक्रियता की सराहना की और कहा कि यह संगठन उद्यमियों और सरकार के बीच सेतु का काम कर रहा है।

सीएम ने यह भी उल्लेख किया कि सरकार नई स्टार्टअप नीतियों और औद्योगिक इकाइयों की स्थापना के लिए प्रोत्साहन दे रही है। उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि मध्य प्रदेश में छोटे-छोटे जिले भी औद्योगिक विकास का हिस्सा बनें। इसके लिए हम लाइसेंसिंग प्रक्रिया को सरल कर रहे हैं और वित्तीय सहायता प्रदान कर रहे हैं।” इस घोषणा ने उद्यमियों में नया उत्साह भरा, और कई ने इसे मध्य प्रदेश के लिए गेम-चेंजर बताया।

विपक्षी कांग्रेस ने इस घोषणा का स्वागत किया, लेकिन इसे चुनावी स्टंट करार दिया। कांग्रेस नेता विवेक तन्खा ने कहा, “यह एक अच्छी पहल है, लेकिन सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यह केवल घोषणा तक सीमित न रहे।” जवाब में बीजेपी ने कहा कि मोहन यादव सरकार ने हमेशा अपने वादों को पूरा किया है, और यह नई योजना इसका जीवंत उदाहरण है।

लाड़ली बहनों के लिए आत्मनिर्भरता की राह

यह नई घोषणा लाड़ली बहना योजना को एक नए स्तर पर ले जाती है। पहले जहां यह योजना महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करने तक सीमित थी, अब यह उन्हें रोजगार और उद्यमिता से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह योजना न केवल महिलाओं की आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगी, बल्कि मध्य प्रदेश के छोटे जिलों में औद्योगिक विकास को भी गति देगी।

एक स्थानीय उद्यमी, रीना साहू ने कहा, “यह योजना हमें न केवल आर्थिक सहायता दे रही है, बल्कि हमें आत्मनिर्भर बनने का अवसर भी प्रदान कर रही है। मैं अब अपनी छोटी सिलाई यूनिट को और बड़ा करने की योजना बना रही हूं।” इसी तरह, भोपाल की एक अन्य लाभार्थी, अनीता वर्मा ने कहा, “5,000 रुपये की यह राशि मेरे जैसे कई महिलाओं को उद्योगों में काम करने के लिए प्रेरित करेगी।”

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