
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस-यूक्रेन संघर्ष पर शांति प्रयासों पर चर्चा की. ट्रंप ने पुतिन और ज़ेलेंस्की से बात कर युद्ध समाप्ति के समाधान की दिशा में कदम उठाए पीएम मोदी ने गुरुवार (13 फरवरी) को व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की, जहां पर दोनों ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत की. इसमें व्यापार, सुरक्षा समेत कई अन्य तरह के मुद्दे शामिल थे. हालांकि, इस दौरान पीएम मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस-यूक्रेन संघर्ष पर शांति वार्ता की आवश्यकता पर जोर दिया है. पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि भारत तटस्थ नहीं रहा, बल्कि हमेशा शांति का पक्षधर रहा है. उन्होंने कहा, “यह युद्ध का युग नहीं है,” और समाधान केवल बातचीत के माध्यम से ही युद्ध खत्म करने का हल निकाला जा सकता है.
बुधवार (12 फरवरी) को राष्ट्रपति ट्रंप ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात की थी. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ लंबी और ठोस बातचीत की, जहां दोनों ने इस बात पर सहमति व्यक्त की कि रूस-यूक्रेन युद्ध में हो रही लाखों मौतों को रोकने की जरूरत है.
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पिछले चुनावी कैंपेन में दावा किया था अगर वो बाइडेन की जगह पर राष्ट्रपति होते थे तो कभी भी रूस-युक्रेन के बीच युद्ध नहीं होने देते. इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा था कि अगर वो दोबारा अमेरिकी राष्ट्रपति बनते हैं तो वह रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को एक दिन में खत्म करा देंगे. हालांकि, इस पर रूस के संयुक्त राष्ट्र राजदूत ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि इस प्रकार की स्थिति में युद्ध को एक दिन में समाप्त करना संभव नहीं है. रूस के राजदूत का यह कहना था कि युद्ध जैसी गंभीर स्थितियों के समाधान के लिए समय और व्यापक कूटनीति की आवश्यकता होती है, और इसे इतने कम समय में हल नहीं किया जा सकता.