राजस्थान के पुलिस महकमे में तबादले को लेकर डीजीपी यू आर साहू ने बताया कि किस आधार पर ट्रांसफर किया जाएगा। राजस्थान सरकार के तबादलों से रोक हटाने के बाद पुलिस मुख्यालय भी वर्षों से एक ही जिला व रेंज में जमे रहने वाले पुलिसकर्मियों की कुंडली खंगालने में जुटा है। वहीं, स्वेच्छा से तबादला करवाने वालों का डीजीपी का साफ संदेश है कि तबादलों में सिफारिश नहीं, बल्कि मेरिट को प्रमुखता दी जाएगी।
डीजीपी यू.आर. साहू ने बताया कि पुलिस विभाग में तबादला नीति बनी है। इसके तहत कांस्टेबल से लेकर थानेदारों के तबादले किए जाएंगे। पुलिस मुख्यालय में तबादलों के संबंध में कामकाज शुरू हो गया है। गौरतलब है कि एक जिले में 10 वर्ष और एक रेंज में 16 वर्ष रहने वाले पुलिसकर्मियों का तबादला किया जाएगा।
वर्षों से पदस्थ को मिलेगी प्राथमिकता
इसके अलावा एक जिले से दूसरे जिले में जाने वाले पुलिसवालों का तबादला रिक्त पदों के आधार पर और मैरिट के अनुसार किया जाएगा। एक जिले में वर्षों से पदस्थ पुलिसकर्मियों को तबादलों में प्राथमिकता दी जाएगी। जबकि कई पुलिसकर्मी भर्ती होने के कुछ वर्ष बाद ही तबादला करवाने के लिए सिफारिश करवाने लगते हैं।
10 दिन के लिए तबादले से हटी रोक
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने 1 जनवरी से 10 जनवरी तक होने वाले तबादलों में पारदर्शिता के लिए खास दिशा निर्देश जारी किए हैं। इससे पहले साल 2024 में 10 से 20 फरवरी तक तबादलों से रोक हटी थी। तबादलों से रोक हटने के बाद से कर्मचारियों में तबादले कराने की होड़ सी मची हुई है। कई कर्मचारी मंत्री और विभाग प्रमुखों से मुलाकात कर रहे हैं और अपनी सिफारिश करा रहे हैं। तबादलों में सबसे ज्यादा डिमांड उनकी है, जो अपने घर आना चाहते हैं।