राजस्‍थान ने क्‍यों बंद कर दिए हरियाणा जाने वाले 5 रास्‍ते, CM भजनलाल ने नायब सैनी को पत्र में क्‍या लिखा?

राजस्‍थान सरकार ने हरियाणा की ओर जाने वाली पांच सड़कें नांगल से बसई, छपरा से बसई, विजासना से घाटा शमशाबाद व डहराली से बसई और डीग से फिरोजपुर झिरका को बंद कर दिया है। सीएम भजनलाल शर्मा ने हरियाणा मुख्‍यमंत्री नायब सिंह सैनी को पत्र लिखकर जानकारी दी है।

राजस्‍थान सरकार ने हरियाणा की ओर जाने वाले पांच रास्‍ते बंद कर दिए हैं। राजस्‍थान की भजनलाल शर्मा सरकार ने यह सख्‍त कदम खनन माफिया की कमर तोड़ने के लिए उठाया है। राजस्‍थान सीएम भजनलाल शर्मा ने इसकी जानकारी पत्र के जरिए हरियाणा मुख्‍यमंत्री नायब सिंह सैनी को दी है।

दरअसल, राजस्‍थान से होकर हरियाणा में जाने वाली अरावली पर्वतमाला में दोनों राज्‍यों की सीमा पर अवैध खनन के लिए माफिया अवैध रूप से रास्‍ते व उन पर सड़कें बना रहे हैं। ऐसे में राजस्थान सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए हरियाणा से सटी पांच अवैध सड़कों को बंद करवा दिया है। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने इस संदर्भ में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को पत्र लिखकर जानकारी दी है और संयुक्त कार्रवाई का प्रस्ताव भी रखा है।

CM Bhajanlal action on illegal mining: खनन के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति

मीडिया की खबरों के अनुसार राजस्‍थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हरियाणा मुख्‍यमंत्री नायब सिंह पत्र में कहा कि राजस्थान सरकार अवैध खनन के प्रति ‘शून्य सहिष्णुता’ नीति अपना रही है। खनन माफिया राजस्थान और हरियाणा के बीच सीमावर्ती क्षेत्रों में अवैध रास्ते बनाकर खनिजों की तस्करी कर रहे हैं। सरकार ने इन सभी रास्तों को तुरंत बंद करने और इस पूरे नेटवर्क की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।

Illegal mining on Rajasthan-Haryana border: अधिकारियों की भूमिका पर सवाल

राजस्‍थान मुख्‍यमंत्री भजन लाल शर्मा ने यह भी कहा कि इतने बड़े स्तर पर अवैध गतिविधियां स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत के बिना संभव नहीं हैं। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्र में ऐसे सभी रास्तों की पहचान कर उन्हें बंद करें। साथ ही, जिन अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध पाई जाएगी, उनके खिलाफ कड़ी दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।

गिरफ्तारियां और कार्रवाई शुरू

राजस्थान पुलिस और डीग प्रशासन की संयुक्त टीम ने हरियाणा से जुड़ने वाली कम से कम 5 सड़कों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। एफआईआर दर्ज की गई है और खनन माफियाओं की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी भी जारी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अरावली की सुरक्षा, पर्यावरण संरक्षण और कानून व्यवस्था में कोई ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

हरियाणा में खनन का हाल: आंकड़ों में काली हकीकत

17 मार्च को पेश आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 के अनुसार, हरियाणा में पिछले 5 वर्षों में औसतन हर दिन अवैध खनन के 5 मामले सामने आए। 28 अगस्त 2019 से 30 नवंबर 2024 तक 13,118 वाहन जब्त किए गए और 185.81 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला गया।

  • यमुनानगर: सबसे ज्यादा 2,815 वाहन जब्त
  • गुरुग्राम-नूंह: 1,637 वाहन
  • फरीदाबाद-पलवल: 1,366 वाहन
  • महेंद्रगढ़: 1,309 वाहन

खदानें कम, राजस्व भी घटा

वर्तमान में सिर्फ 42 खदानें चालू हैं और 7 लाइसेंस निलंबित किए जा चुके हैं। 2019-20 में खनन राजस्व 702 करोड़ रुपये था, जो 2022-23 तक घटकर 837 करोड़ रुपये रह गया। जिला खनिज फाउंडेशन फंड से 2020 से अब तक 126.71 करोड़ रुपये इकट्ठा हुए, लेकिन सिर्फ 80.63 करोड़ ही खर्च किए गए।

NGT में मामला, अधिकारियों और सरपंच पर भारी जुर्माना

वन विभाग ने खुलासा किया कि चकबंदी अधिकारी और एक सरपंच ने खसरा नंबर में फेरबदल कर रास्तों को वैध कराने की कोशिश की। इस पर अधिकारी को 99 लाख रुपये और सरपंच को 31 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। जुर्माना न भरने पर मामला फिरोजपुर झिरका कोर्ट में गया और पर्यावरणविदों ने NGT का रुख किया।

राजस्‍थान से हरियाणा जाने वाले ये 5 रास्‍ते बंद

  • नांगल से बसई
  • छपरा से बसई
  • विजासना से घाटा शमशाबाद
  • डहराली से बसई
  • डीग के पहाड़ी गांव से फिरोजपुर झिरका

Related Articles

Back to top button