
यूपी पुलिस का डीजीपी नियुक्त होने के बाद IPS राजीव कृष्ण ने पहली प्रेस वार्ता की और बताया कि राज्य पुलिस, पांच अहम मुद्दों पर फोकस करेगी. उन्होंने कहा कि पिछले 8 वर्षों में मुख्यमंत्री के ऊर्जावान नेतृत्व व मार्गदर्शन से पुलिसिंग की दिशा स्पष्ट रही है. इस दिशा में ये कार्य उनके मार्गदर्शन में नए जोश और रणनीतिक जोर के साथ जारी रहेगें.
राजीव कृष्ण ने कहा कि अपराध/अपराधियों के खिलाफ जीरो सहिष्णता की नीति हम अपराध और अपराधियों के खिलाफ एक अडिग रुख बनाए रखेंगे, संगठित अपराध के खिलाफ निर्णायक कार्यवाही सुनिश्चित करेंगे. यह नीति हमारी कानून प्रवर्तन रणनीति की आधारशिला होगी, जिसका उद्देश्य सभी नागरिकों के लिए एक सुरक्षित वातावरण बनाना है.
महिलाओं के खिलाफ अपराधों की रोकथाम पर विशेष जोर- DGP
उन्होंने कहा कि सभी रूपों में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की रोकथाम और समाधान पर विशेष जोर दिया जाएगा. हमारी पहल महिलाओं को सशक्त बनाने और उनकी सुरक्षा और संरक्षा की भावना को बढ़ाने की दिशा में होगी.
डीजीपी ने कहा कि जन शिकायतों का सफल समाधान हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी. हम हर स्तर पर सभी शिकायतों से निपटने में बहुत सहानुभूतिपूर्ण और संवेदनशील दृष्टिकोण अपनाएंगे, यह सुनिश्चित करते हुए कि नागरिकों की आवाज सुनी जाए और उसका तुरंत समाधान किया जाए.
उन्होंने कहा कि कानून और व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति के प्रति बिल्कुल भी सहनशीलता नहीं बरती जाएगी. हम हर कीमत पर कानून के शासन को बनाए रखेंगे, राज्य के हर हिस्से में शांति व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे.
एक्टिंग डीजीपी ने कहा कि हाल के वर्षों में विशेष कर कोविड के बाद से साइबर अपराध नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण खतरे के रूप में उभरा है. उत्तर प्रदेश पुलिस ने इसकी रोखथाम और पता लगाने के लिए बुनियादी ढांचे को मजबूत करके जवाब दिया है. साइबर खतरों से आगे रहने के लिए उन्नत तकनीकों का लाभ उठाते हुए इसे समय के साथ और मजबूत किया जाएगा.
दायरे और वितरण में और सुधार करेंगे
IPS अधिकारी ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा दी जाने वाली पुलिस सेवाओं के दायरे और वितरण में और सुधार किया जाएगा. हम सुनिश्चित करें कि हमारी सेवाएँ नागरिकों की जरूरतों के हिसाब से सुलभकुशल और उत्तरदायी हों.
उन्होंने कहा कि के सबसे बड़े पुलिस बल के रूप में, हमारे कर्मियों के काम को प्रभावित करने वाले प्रशासनिक और कल्याणकारी मुद्दों पर विशेष जोर दिया जाएगा. हम पुलिस कल्याण को प्राथमिकता देंगे, यह सुनिश्चित करते हुए कि हमारे कर्मी अपने कार्यों को सम्पादित करने में प्रेरित रहे.
डीजीपी ने कहा कि पुलिसिंग के विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता प्राप्त कई प्रतिभाशाली पुलिस अधिकारी व कर्मी है. उनके कौशल और ज्ञान की पहचान की जाएगी और उपरोक्त सभी लक्ष्यों को बेहतर बनाने के लिए उनका उपयोग किया जाएगा, जिससे बल के भीतर उत्कृष्टता की संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा. प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार डीजीपी ने कहा कि प्रौद्योगिकी और एआई का लाभ उठाना हमारे संचालन की दक्षता और प्रभावशीलता को बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी, विशेष रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का व्यापक उपयोग किया जाएगा. AI हमारे उद्देश्यों को लागू करने में एक गेम चेंजर साबित होगा, जिससे हम डेटा. संचालित उचित निर्णय लेने और अपने संसाधनों का optimized उपयोग करने में सक्षम होंगे. उन्होंने कहा कि निरंतर प्रशिक्षण ही एकमात्र आधार है, जिस पर किसी भी संगठन की गुणवत्ता में सुधार किया जा सकता है. दिन प्रतिदिन की चुनौतियों का सामना करने में, इस महत्वपूर्ण पहलू को अक्सर इसका उचित महत्व नहीं दिया जाता है. मेरा प्रयास होगा कि सेवाकालीन प्रशिक्षण को उच्च प्राथमिकता वाला क्षेत्र बनाया जाए ताकि नागरिकों को बेहतर सेवाएं प्रदान की जा सका